
- सुधरेगा ट्रैफिक सिस्टम, रैक लगने पर 150 ट्रक 250 फेरे लगाते हैं
- 16.80 लाख रुपए खर्च कर रेलवे ने सौराई में नया रैक पाइंट बनाया है
- 26 मई 2015 को तत्कालीन रेल मंत्री व विदेश मंत्री सहित सीएम ने भूमि पूजन किया था।
सौराई में बने रेलवे के रैक पाइंट का सोमवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने वर्चुअल लोकार्पण कर दिया। सौराई में रैक पाइंट तो बन गया लेकिन शेड नहीं बनाया गया और रेलवे ने इसका लोकार्पण भी करा दिया। खासबात ये है कि शहर के बीच-बीचों बने मालगोदाम में करीब 400 टन की क्षमता का शेड बना हुआ है। इसमें एक रैक का करीब 15 फीसदी माल कवर्ड हो जाता है लेकिन नए रैक पाइंट पर शेड की कोई सुविधा नहीं है।
ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि कम से कम पुराने रैक पाइंट की तरह नए रैक पाइंट पर कुछ एरिया तो कवर्ड होना चाहिए था। ताकि बारिश में माल को भीगने से बचाया जा सके। इस रैक पाइंट के शुरू होने में अभी 2 से 3 माह का समय लग सकता है।
सौराई स्टेशन पर रैक पाइंट के लोकार्पण कार्यक्रम में विदिशा सांसद रमाकांत भार्गव, विदिशा विधायक शशांक भार्गव, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ राकेश जादौन, पूर्व नपाध्यक्ष मुकेश टंडन, एडीआरएम गौरव सिंह और वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विजयप्रकाश मौजूद रहे।
माह में करीब 20 दिन औसत रैक लगती है
विदिशा शहर में विदिशा रेलवे स्टेशन के माल गोदाम की वजह से ट्रैफिक जाम तो लगता ही है, वहीं कई बार हादसे भी हो जाते हैं। अब सौराई में माल गोदाम बनकर तैयार हो गया है। शहर के लोगों को अब भारी वाहनों से निजात मिलेगी। इससे शहर का ट्रैफिक सिस्टम भी सुधर सकेगा। रेलवे की मालगोदाम पर रैक लगने के दौरान 150 ट्रकों के 250 फेरे लगते हैं। इससे शहर में हाईवे व अन्य मार्गों पर ट्रैफिक दबाव रहता है। महीने में करीब 20 दिन औसत रैक लगती है।
ट्रांसपोर्टर बोले- 40 फीसदी कवर्ड एरिया होना चाहिए
विदिशा ट्रक एवं ट्रांसपोर्ट ऑनर एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष संजय भंडारी का कहना है कि नए रैक पाइंट पर कम से कम 40 फीसदी कवर्ड एरिया मिलना चाहिए था। जबकि एक फीसदी भी कवर्ड एरिया नहीं बनाया है। हमनें रेलवे के अधिकारियों से भी मांग की थी।
विधायक बोले-शहर की लोगों की मांग पूरी हुई
कार्यक्रम में विदिशा विधायक शशांक भार्गव ने कहा कि शेड बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि 2013 में भी हमनें तत्कालीन रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे से इसकी मांग की थी। इससे पहले विदिशा सांसद रमाकांत भार्गव का कहना था लोगों की सालों की मांग अब पूरी हुई है।
गेहूंखेड़ी में बन रहे रेलवे कारखाने का स्वरूप बदलेगा: सांसद 26 मई 2015 को तत्कालीन रेल मंत्री व विदेश मंत्री सहित सीएम ने रेलवे की ट्रेक्शन ऑल्टर नेटर फैक्ट्री सहित सौराई रेलवे स्टेशन पर माल गोदाम निर्माण के लिए भूमि पूजन किया था। रेलवे कारखाना अब तक शुरू नहीं हो सका है। कार्यक्रम के समापन के बाद जब इस संबंध में सांसद रमाकांत भार्गव से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि गेहूंखेड़ी में बन रहे रेलवे कारखाने का स्वरूप बदलेगा।
हालांकि स्वरूप कैसा होगा इस बारे में वे जानकारी नहीं दे पाए। वहीं वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विजय प्रकाश का कहना था कि यह मामला हाईलेवल का है। वरिष्ठ अधिकारी इस बारे में योजना बना रहे हैं। इसलिए हम ज्यादा जानकारी नहीं दे पाएंगे।
वहीं रेलवे के सूत्र बताते हैं कि कारखाने में हाई स्पीड डीजल इंजन के ट्रैक्शन अल्टरनेट और एसी ट्रैक्शन मोटर की ओवरहॉलिंग का काम करने की योजना थी लेकिन अब इस योजना में बदलाव हो रहा है। ऐसा इसलिए कि रेलवे ने डीजल इंजन बंद करने पर काम कर रहा है। ऐसे में हाई स्पीड डीजल इंजन के ट्रैक्शन अल्टरनेट का काम भी नहीं रहेगा। इसलिए रेलवे दूसरी योजना पर काम कर रहा है।