
MP विधानसभा के 19% सदस्य संक्रमित, छग में यह 24% सदस्य आ चुके पॉजिटिव
मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 28 दिसंबर से शुरू होना है। इसके 19% से ज्यादा सदस्य कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी कैबिनेट के 11 मंत्री शामिल हैं। इसके अलावा 32 विधायक भी चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 19 कांग्रेस और 13 भाजपा के विधायक हैं, जबकि राजगढ़ की ब्यावरा सीट से कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी का कोराेना की वजह से निधन हो गया।
230 सदस्यों वाली विधानसभा में अब तक 44 सदस्य संक्रमित हो चुके हैं। तीन मंत्री हरदीप सिंह डंग, महेंद्र सिंह सिसोदिया और एदल सिंह कंषाना भी उपचुनाव के दौरान संक्रमित हुए थे। ये तीनों मंत्री प्रचार के दौरान ही संक्रमित होकर अस्पताल में भर्ती हो गए थे। यदि छत्तीसगढ़ से तुलना की जाए, तो मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमित विधायकों की संख्या कम है। 90 सीटों पर छग विधानसभा के 24% सदस्य कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं।
मध्य प्रदेश में उपचुनाव के दौरान भी राजनैतिक दल प्रचार के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन की अपील करते देखे गए, लेकिन उनकी ही रैलियों में इसकी धज्जियां उड़ाई गई। यही वजह है कि ग्वालियर हाईकोर्ट को राजनीतिक कार्यक्रम में गाइडलाइन का पालन करने के सख्त निर्देश देने पड़े।
प्रचार के दौरान संक्रमित हुए थे जयवर्धन व पांसे
पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह और सुखदेव पांसे उपचुनाव में प्रचार के दौरान संक्रमित हुए थे। जयवर्धन सुरखी में और पांसे सांची में प्रचार करने गए थे। इस दौरान दोनों चपेट में आए थे।
संक्रमित थे, फिर मतदान करने पहुंचे सखलेचा
19 जून को राज्य सभा की तीन सीटों के लिए चुनाव हुआ था। इससे पहले विधानसभा सचिवालय ने विधायकों से अपील की थी कि वे कोविड की जांच कराकर ही मतदान करने आएं। मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा (उस समय विधायक थे) ने जांच तो करा ली थी, लेकिन उनकी रिपोर्ट नहीं मिली थी। बावजूद वे विधानसभा पहुंच गए थे। शाम को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई थी। परिणाम यह हुआ कि सखलेचा के संपर्क में आने के कारण सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह संक्रमित हो गए थे।
PPE किट पहन कर विधानसभा पहुंचे थे चौधरी
राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी कोरोना पॉजिटिव थे और अस्पताल में भर्ती थे, लेकिन उन्होंने विधानसभा पहुंचकर मतदान किया था। विधानसभा सचिवालय ने उन्हें सबसे अंत में मतदान करने की अनुमति दी थी। वे एम्बुलेंस में पीपीई किट में मतदान करने पहुंचे थे।
पहले स्टाफ हुआ संक्रमित, फिर मंत्री
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया के भोपाल स्थित आवास में स्टाफ के 6 लोग संक्रमित हो गए थे। चूंकि सिसोदिया उप चुनाव लड़ रहे थे। ऐसे में उन्होंने परिवार के सदस्यों की जांच कराई। इसमें सिसोदिया की पत्नी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उन्हें फ्लाइट से गुड़गांव के मेदांता हाॅस्पिटल ले जाया गया था। प्रचार के दौरान सिसोदिया खुद संक्रमित हो गए थे।
भाजपा कार्यालय में हुए थे संक्रमित
उपचुनाव के मद्देनजर भाजपा कार्यालय में बड़े नेताओं से मुलाकातों और छोटी बैठकों में विधायक संक्रमित हुए। ऐसे ही एक विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया हैं। वे अन्य विधायकों के साथ भोपाल आए थे, जिस वजह से सिसोदिया चपेट में आ गए।
घनघोरिया व भनोट की हालत हो गई थी खराब
पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया और तरुण भनोट भी संक्रमित हो चुके हैं। घनघोरिया ने पहले तो जबलपुर में इलाज कराया, लेकिन उनकी तबीयत लगातार खराब होती गई। इसके बाद उन्हें एयरलिफ्ट कर दिल्ली के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। करीब एक माह तक इलाज चला। इसी तरह भनोट और उनकी पत्नी को कोरोना होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया। करीब 15 दिन में दो बार रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद दोनाें को छुट्टी दे दी गई, लेकिन भनोट की फिर से तबीयत बिगड़ गई थी। इस बार उन्हें जबलपुर के ही अन्य अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था।
अब तक 44 कोरोना संक्रमित
शिवराज सिंह चौहान – मुख्यमंत्री
अरविंद भदौरिया – सहकारिता मंत्री
तुलसी सिलावट – जल संसाधन मंत्री
प्रभुराम चौधरी – स्वास्थ्य मंत्री
महेंद्र सिंह सिसोदिया- पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री
गोपाल भार्गव – लोकनिर्माण मंत्री
मोहन यादव – उच्च शिक्षा मंत्री
रामखेलावन पटेल – पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री
हरदीप सिंह डंग – नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री
विश्वास सारंग – चिकित्सा शिक्षा मंत्री
विजय शाह – वन मंत्री
ओमप्रकाश सखलेचा – सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री
एनपी प्रजापति – पूर्व विधानसभा अध्यक्ष
जयवर्धन सिंह- पूर्व मंत्री
पीसी शर्मा – पूर्व मंत्री
बाला बच्चन – पूर्व मंत्री
कमलेश्वर पटेल – पूर्व मंत्र
आरिफ अकील- पूर्व मंत्री
लखन घनघोरिया – पूर्व मंत्री
तरुण भनोट- पूर्व मंत्री
सुखदेव पांसे – पूर्व मंत्री
कुणाल चौधरी – कांग्रेस विधायक
लक्ष्मण सिंह – कांग्रेस विधायक
प्रवीण पाठक- कांग्रेस विधायक
धरमू सिंह सिरसाम – कांग्रेस विधायक
सुनील सराफ – कांग्रेस विधयक
चौधरी सुजीत सिंह – कांग्रेस विधायक
ब्रम्हा भलावी – कांग्रेस विधायक
संजय सिंह उईके – कांग्रेस विधायक
यादवेन्द्र सिंह – कांग्रेस विधायक
हर्ष यादव – कांग्रेस विधायक
दिव्यराज सिंह – भाजपा विधायक
नीना वर्मा – भाजपा विधायक
राकेश गिरी – भाजपा विधायक
ठाकुर दास नागवंशी – भाजपा विधायक
प्रद्युमन सिंह लोधी – भाजपा विधायक
जगदीश देवड़ा – भाजपा विधायक
यशपाल सिंह सिसोदिया – भाजपा विधायक
डॉ. योगेश पंडाग्रे – भाजपा विधायक
नागेंद्र सिंह – भाजपा विधायक
अनिल जैन भाजपा विधायक
विजयपाल सिंह – भाजपा विधायक
राकेश गिरी गोस्वामी – भाजपा विधायक
कमलेश जाटव – भाजपा विधायक
छत्तीसगढ़ से कम है मध्यप्रदेश सरकार में संक्रमण
छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यों वाली विधानसभा के 22 मतलब करीब एक चौथाई विधायकों को यह वायरस चपेट में ले चुका है। इनमें कई वरिष्ठ विधायक भी शामिल हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और कोण्डागांव विधायक मोहन मरकाम, नेता प्रतिपक्ष और बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक और दूसरे प्रमुख विपक्षी दल जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ विधायक दल के नेता धर्मजीत सिंह को वायरस ने निशाना बनाया था।