Tuesday, September 23

क्या राजनीति के मार्ग को राज्यसभा के माध्यम से तय करेंगी प्रियंका |

आजादी के बाद से भारत की सत्ता का देन्द्र रही कांग्रेस पार्टी जिसका रिमोट गाँधी परिवार के हाथ में रहा और वही गाँधी परिवार आज सत्ता में प्रवेश करने के लिए पिछले दरवाजे से एंट्री मारने की जुगाड़ में हैं जिस तरह की खबरे पार्टी स्तर पर आ रही हैं उनके अनुसार प्रियंका गाँधी सक्रिय राजनीति में राज्यसभा के माध्यम से प्रवेश करने की जुगाड़ लगा रही हैं | पार्टी खबरों के अनुसार छत्तीसग़ढ या मध्यप्रदेश में से खाली होने वाली राज्यसभा में कांग्रेस के उमीदवार के रूप में जा सकती हैं | आजादी के बाद शायद ये पहला अवसर होगा जब गाँधी परिवार सीधा चुनाव न लड़ते हुए राज्यसभा राजनीति में एंट्री करेगा |

यह सही हैं की आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी की राजनीति गांधी परिवार के इर्दगिर्द ही घूमती रही हैं
| नेहरू से इंद्रा गाँधी , इंद्रा गाँधी से राजीव गाँधी , राजीव गाँधी से सोनिया गाँधी, सोनिया गाँधी से राहुल गाँधी , राहुल गाँधी से वापिस सोनिया गाँधी। और अब इस क्रम में प्रियंका गाँधी भी खड़ी दिखाई दे रही हैं | जबकि कांग्रेस पार्टी में एक से एक विद्वान शिक्षित योग्य नेताओ की भरमार हैं | बाबजूद इसके परिवार उस सत्ता की केंद्र से हटना नहीं चाहता | इसी क्रम को ध्यान में रखते हुए प्रियंका गाँधी का नाम जब राज्यसभा के लिए सुनाई पड़ने लगा तो इस तरह के सवाल उठना लाजमी हैं |

देखना अब यह हैं की परिवारबाद की यह राजनीति सत्ता के केंद्र रही गाँधी परिवार कको पिछले दरवाजे से एंट्री करवाने में सफल होती हैं या नहीं बस इतना जरूर हैं की आज गाँधी परिवार की स्थिति यह हो गयी हैं की अब उसे अपना भाग्य चमकाने के दरवाजे का सहारा लेना पड़ रहा हैं |