Wednesday, September 24

खत्म नहीं हुआ है केजरीवाल का क्रेज, रैली में दिखा जनसैलाब

3173_36 3172_34नईदिल्ली। आप ने बुधवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर इ-रिक्शे की समस्या को लेकर सफा की। इस सभा में लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। लोग अपने-अपने अंदाज में इस रैली में पहुंचे। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर ई-रिक्शे के जरिए केंद्र की मोदी सरकार को घेरने की तैयारी शुरू कर दी है। ई-रिक्शाचलकों की समस्या को लेकर जंतर-मंतर पर आयोजित कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल ने सीधे-सीधे आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ई-रिक्शा चालकों के लिए कुछ नहीं कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि 10 दिन के अंदर इनकी समस्याएं दूर नहीं हुईं तो आम आदमी पार्टी सड़कों पर उतरकर केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी। आश्चर्य की बात यह है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के गठन के दौरान विधानसभा में पहली बार ई-रिक्शे पर सवार होकर आने वाले आप विधायक राजेश गर्ग ही कार्यक्रम से नदारद थे।
अरविंद केजरीवाल का कहना है कि पिछले दिनों राष्ट्रीय राजधानी में ई-रिक्शों को नियमित करने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना मंत्रालय द्वारा जारी अधिकसूचना में कई खामियां हैं। अधिकसूचना से एक भी ई-रिक्शे को लाभ नहीं हुआ। ई-रिक्शा चालकों पर थोपी गई चार प्रमुख शर्तें खासा परेशान करने वाली हैं। इसके तहत संबंधित मॉडल किसी सरकारी एजेंसी द्वारा स्वीकृत हो। चालक को ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करना होगा और उसे दसवीं पास होना होगा। इसके साथ ही बीमा और किसी अन्य वाणिज्यिक वाहन के समान रजिस्ट्रेशन नंबर लेना होगा।

केजरीवाल का कहना है कि जो व्यक्ति पहले ही 80 हजार रूपए से एक लाख रूपए के बीच खर्च कर चुका हो, वह जांच के लिए पांच लाख रूपए कैसे वहन कर सकता है। उन्होंने कहा कि लाइसेंस के प्रावधान पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन शिक्षा की सीमा को हटाया जाना चाहिए, क्योंकि कई चालक अशिक्षित हैं। उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार सभी ई-रिक्शा निर्माताओं की एक हफ्ते के अंदर बैठक बुलाए और उनके मॉडल का परीक्षण करें। ई-रिक्शों को सड़कों पर चलने दिया जाए, पुलिस उन्हें परेशान न करे। आप नेता ने यह भी चेतावनी दी कि यदि सरकार जल्द कोई समाधान नहीं निकालती है तो हम सड़कों पर संघर्ष करेंगे।
सफाई कर्मचारी ब्रांड एंबेसडर
आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान की तारीफ की है। लेकिन अरविंद केजरीवाल ने मोदी द्वारा नामित नौ मशहूर हस्तियों में सफाई कामगारों को शामिल न करने पर उनकी आलोचना की है। केजरीवाल ने कहा है कि हमारा सबसे बड़ा ब्रांड एंबेसडर हमारे सफाई कर्मचारी हैं, जो कि कठिनाइयों में भी सफाई कार्य करते हैं।