Thursday, September 25

तीन वर्ष में 50 हजार करोड़ होगा रक्षा निर्यातः राजनाथ

भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने गुरुवार को रक्षा मंत्री का कार्यभार ग्रहण किया। इस मौके उन्होंने कहा कि देश को सुरक्षित, समृद्ध व आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के लिए नए सिरे से जोर दिया जाएगा। साथ ही अगले तीन वर्ष तक भारत का रक्षा निर्यात 50 हजार करोड़ रुपए तक बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लगातार दूसरी बार रक्षा मंत्री का पदभार सम्भालने के बाद राजनाथ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आगामी पांच वर्षों के दौरान अधिक सुरक्षित, आत्मनिर्भर और समृद्ध राष्ट्र की स्थापना के लिए नए सिरे से प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने गुरुवार को रक्षा मंत्री का कार्यभार ग्रहण किया। इस मौके उन्होंने कहा कि देश को सुरक्षित, समृद्ध व आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के लिए नए सिरे से जोर दिया जाएगा। साथ ही अगले तीन वर्ष तक भारत का रक्षा निर्यात 50 हजार करोड़ रुपए तक बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लगातार दूसरी बार रक्षा मंत्री का पदभार सम्भालने के बाद राजनाथ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आगामी पांच वर्षों के दौरान अधिक सुरक्षित, आत्मनिर्भर और समृद्ध राष्ट्र की स्थापना के लिए नए सिरे से प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भरता हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करने के साथ साथ देश के सुरक्षा तंत्र को और मजबूत करने पर नए सिरे से जोर दिया जाएगा। सशस्त्र बलों को अत्याधुनिक हथियारों व संसाधनों से लैस किया जा रहा है। देश की सेनाएं हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि रक्षा निर्यात में इजाफा प्राथमिकताओं में शामिल है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में यह रिकॉर्ड 21083 करोड़ रुपए तक पहुंच गया था। अब वित्तीय वर्ष 2028-29 तक 50 हजार करोड़ रुपए से अधिक के रक्षा उपकरणों के निर्यात का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इससे पहले कार्यभार ग्रहण करने साउथ ब्लॉक पहुंचे रक्षा मंत्री का रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, तीनों सेनाध्यक्षों व रक्षा सचिव समेत वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वागत किया। रक्षा मंत्रालय का कार्यभार संभालने के तुरंत बाद राजनाथ ने रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के साथ पहले 100 दिनों की कार्य योजना की समीक्षा की।