
मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान अब विदिशा लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर केन्द्र की मोदी सरकार में मंत्री बन गए हैं। शिवराज सिंह चौहान सीहोर जिले की बुदनी सीट से विधायक भी हैं ऐसे में अब नियमों के मुताबिक उन्हें अब किसी एक पद पर ही रहने का अधिकार है। ऐसे में लोकसभा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद वो बुदनी सीट से विधायक के पद से अपना इस्तीफा दे सकते हैं। शिवराज सिंह चौहान के बुदनी सीट से इस्तीफा देने के बाद सीट पर उपचुनाव होंगे जिसके लिए दावेदारों की भीड़ अभी से खड़ी नजर आ रही है।
बुदनी सीट पर सामने आए इन दावेदारों के नाम
बुदनी सीट पर उपचुनाव की चर्चाओं के बीच जिन दावेदारों के नाम सामने आए हैं उनमें पूर्व निगम अध्यक्ष गुरु प्रसाद शर्मा, पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह राजपूत, पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव, पूर्व प्रदेश मंत्री रघुनाथ सिंह भाटी, भाजपा जिला अध्यक्ष रवि मालवीय, शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह और आदिवासी वित्त विकास निगम के अध्यक्ष निर्मला बारेला शामिल हैं।
शिवराज की जन्मस्थली-कर्मभूमि है बुदनी
बुदनी विधानसभा सीट शिवराज सिंह चौहान के लिए महज एक सीट नहीं बल्कि वह उनकी जन्मस्थली और कर्मभूमि भी है। बुदनी में शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता भी ऐसी है कि वो यहां से पिछला लोकसभा चुनाव 1 लाख 45 हजार वोटों से जीते थे ऐसे में साफ है कि बिना शिवराज सिंह चौहान की रजामंदी के बुदनी सीट के उम्मीदवार का चयन नहीं हो सकता है। ऐसे में देखना है कि जब बुदनी में उपचुनाव होंगे तो भाजपा और शिवराज सिंह चौहान किसे उम्मीदवार बनाते हैं।
