प्रभु श्री जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार आज से खुल जाएंगे। इससे आम श्रद्धालुओं को दर्शन करने में सहूलियत होगी। ओडिशा की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने बुधवार को शपथ लेने के बाद एक बड़ा फैसला लेते हुए चुनाव प्रचार के दौरान लोगों से किए गए वादे के अनुसार जगन्नाथ मंदिर के सभी चार द्वार खोलने का आदेश जारी कर दिया। पहली कैबिनेट बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए सीएम मोहन चरण माझी ने बताया कि श्री जगन्नाथ मंदिर के चार द्वार खोलना कैबिनेट की पहली बैठक में लिए गए चार निर्णयों में से एक है।
गौरतलब है कि बीजू जनता दल (बीजद) की सरकार के दौरान मंदिर का मुख्यद्वार ही भक्तों के लिए खोला जाता था। इसे लेकर दर्शनार्थियों में काफी नाराजगी थी क्योंकि उन्हें भगवान के दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता था। चुनाव में भाजपा ने वादा किया था कि नई सरकार के गठन के पहले 6 घंटों में ही , सभी चार द्वार भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी सहित पूरे मंत्री मंडल ने गुरुवार सुबह प्रभु जगन्नाथ के दर्शन करते हुए मंगला आरती में शामिल हुए। प्रभु जगन्नाथ के पूजन और आरती के लिए पूरा मंत्री मंडल बुधवार शाम को ही पुरी आ गया था।
कैबिनेट ने श्री जगन्नाथ मंदिर के विकास, सौंदर्यीकरण और संरक्षण के लिए और भक्तों की कई समस्याओं से निपटने के लिए 500 करोड़ रुपए का एक कोष बनाने का भी फैसला किया है। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल ने महसूस किया कि श्री जगन्नाथ मंदिर के लिए धन संग्रह किया जाना चाहिए। इस योजना को लागू करने के लिए जल्द ही 500 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया जाएगा।
चुनावी घोषणापत्र के मुताबिक मुख्यमंत्री माझी ने समृद्ध कृषक नीति बनाने का निर्णय किया है, जिसे 100 दिनों के भीतर लागू किया जाएगा। इसमें धान खरीद की दर 3100 रुपये प्रति क्विंटल तय की जाएगी और भुगतान डीबीटी के माध्यम से 48 घंटे के भीतर किसानों को हस्तांतरित किया जाएगा।
महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए मंत्रिमंडल ने अगले 100 दिनों के भीतर राज्य में सुभद्रा योजना को लागू करने का फैसला किया है। इसके तहत प्रत्येक महिला को 50,000 रुपये का नकद वाउचर मिलेगा। इसे दो साल में भुनाया जा सकता है।