होली रंगों का त्योहार है, इसमें अलग-अलग रंग देखने को मिलते हैं। वहीं अलग-अलग क्षेत्रों में होली भी अलग अंदाज में मनाने की परंपरा है। कहीं फूलों की होली होती है कहीं आग पर चलकर होली मनाई जाती है। मध्यप्रदेश के इस जिले में तो होली गोली से शुरू की जाती है। यानी बंदूक की गोली से होली मनाने की परंपरा है।
ऐसी ही एक अजब-गजब होली की परंपरा है विदिशा जिले के सिरोंज में। यहां होलकर शासन के समय से अलग अंदाज में होली मनाई जाती है। अन्य जगहों पर भले ही होलिका दहन माचिस या मशाल से होली का दहन किया जाता है, लेकिन सिरोंज में बंदूक की गोली से किया जाता है।
बंदूक से होलिका दहन करने का परंपरा
बंदूक की गोली से जलने वाली होलिका को शहर के एक मुख्य स्थान पर जलाया जाता है। इस होली का दहन माचिस से नहीं बंदूक से होता है। होलिका दहन के पहले होली की पूजा आचार्य पंडित नलिनीकांत शर्मा द्वारा करवाई जाती है। होली सजाकर उसके पास घास का ढेर रखा जाता है, फिर उसी घास के ढेर को निशाना बनाकर होलकर स्टेट के कानूनगो परिवार द्वारा बंदूक से गोली दागी जाती है। घास में चिंगारी लगते ही, तत्काल वह आग सामने सजी होली में डाली जाती है। होलीका के जलते ही सभी के मन में उल्लास उमड़ पड़ता है।
माथुर परिवार निभाता है यह परंपरा
परिवार के वंशज महेश माथुर प्राचीन काल से चली आ रही इस परंपरा के बारे में बताते हैं कि जब सिरोंज में नवाबी शासन आया, तो इस परंपरा पर रोक लगाने का प्रयास किया गया। तब होली के चबूतरे पर घास का एक ढेर (गंज) लगा दिया। जिस पर उनके पूर्वजों ने बंदूक से फायर कर होली जला दी थी। उसके बाद पीढ़ी दर पीढ़ी यह परंपरा चली आ रही है और आगे भी चलती रहेगी।
इस साल कब है होलिका दहन
24 मार्च को होलिका दहन है। इस दिन होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त देर रात 11 बजकर 13 मिनट से लेकर 12 बजकर 27 मिनट तक है। ऐसे में होलिका दहन के लिए आपको कुल 1 घंटे 14 मिनट का समय मिलेगा।
कब है होली 2024?
होलिका के अगले दिन होली मनाई जाती है, इसलिए इस साल 25 मार्च को होली है। इस दिन देशभर में धूमधाम से होली मनाई जाएगी।