कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में आईईडी (IED) बम बलास्ट कर आतंक फैलाने वाले संदिग्ध को NIA ने गिरफ्तार कर लिया है। कर्नाटक के बेल्लारी से पकड़े गए संदिग्ध की पहचान राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शब्बीर बताई है। NIA ने 6 मार्च को अपनी जांच में संदिग्ध हमलावर की टोपी एक मस्जिद के बाहर से बरामद की थी। वह मस्जिद के अंदर भी गया था। वह काफी देर तक मस्जिद के अंदर रहा है और फिर कपड़े बदलकर बाहर आया था। ऐसा माना जा रहा है कि उसने संदिग्ध कैफे में बम प्लांट करने के बाद उसी इलाके की एक मस्जिद में नमाज भी पढ़ी। एनआईए को जो कैप मिली हैं। वह बेसबॉल कैप है। गौरतलब है कि बेल्लारी से आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा अपना बेल्लारी मॉडयूल संचालित करता है।
बेंगलुरु में लगाया था टाइम बम,इस ब्लास्ट में हुए थे 10 घायल
रामेश्वरम कैफे में एक मार्च को आईईडी बम ब्लास्ट हुआ था। इसमें 10 लोग घायल हो गए थे। एक महिला 40 फीसदी तक झुलस गई थी। पहले तो इसे गैस सिलेंडर विस्फोट माना गया लेकिन बाद में यह बम धमाका निकाला। सीसीटीवी फुटेज में यह बात सामने आई कि एक झोले में रखा विस्फोटक फटा था। NIA की जांच में पता चला कि यह टाइमर बम था।
रवा इडली मंगाया, खाया और झोला छोड़
आईईडी (IED) बम बलास्ट करने वाले टोपी पहने हुए था। मॉस्क लगाया हुआ था। बस से आया फिर उसने कैफे में इडली खाई। हाथ धोया और वहीं झोला रखकर चला गया। वह कैफे में करीब 25 मिनट तक रहा। इसके बाद फिर दो बम धमाका हुआ। इमसें 10 घायल हो गए।
संदिग्ध ने बदला हुलिया
एनआईए ने हमलावर संदिग्ध की पहचान के लिए 10 लाख रुपए का ईनाम घोषित किया था। इतना ही नहीं उसकी कई तस्वीरें और वीडियो भी जारी किए। CCTV फुटेज के विश्लेषण से सामने आया कि सुरक्षा एजेंसियों से बचने के लिए संदिग्ध आरोपी ने कई बार अपना हुलिया बदला था। पहले वह पूरी बांह की शर्ट, हल्के रंग की पोलो टोपी, चश्मा और फेस मास्क लगाए हुए दिखा, वहीं दूसरी फुटेज में उसने बैंगनी रंग की आधी बांह की टी-शर्ट, एक काली टोपी और मास्क पहने हुआ था, लेकिन चश्मा नहीं था। तीसरी फुटेज में वह टोपी और चश्मे के बिना दिखा।