गुलमोहर क्षेत्र में भारती क्युनिकेशन के संचालक के आवास पर सीसीआई और ईडी ने छापेमारी की कार्रवाई की है। बुधवार देर शाम से शुरू हुई कार्रवाई गुरुवार तक चलती रही। जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित केंद्रीय संस्थाओं में वायरलेस सेट, जीपीएस समेत अन्य संचार माध्यमों में उपयोग आने वाले इक्युपमेंट्स की सप्लाई और सर्विसिंग का काम करने वाली फर्म के सीईओ के आवास पर छापा पड़ा है।
भारती क्यूनिकेशन के सीईओ गुरुवेश कुमार के आवास पर केंद्रीय जांच एजेंसियों की टीम ने कई घंटों तक सर्चिंग की है। बुधवार शाम तकरीबन छह बजे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की टीम ने गुलमोहर कॉलोनी स्थित आवास पर कार्रवाई शुरू की, जो देर रात तक जारी रही। इस दौरान स्थानीय थाने का पुलिस बल भी मौजूद रहा।
सूत्रों के अनुसार गुरुवेश कुमार की भारती क्यूनिकेशन के नाम से कंपनी है, जो वायरलेस सेट समेत जीपीएस एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक इक्यूपमेंट्स की सह्रश्वलाई करती है। कंपनी द्वारा मप्र पुलिस को एक कंपनी के वायरलेस सेट सह्रश्वलाई किए गए हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ पुलिस समेत वन विभाग और भारतीय रेलवे को भी इक्यूपमेंट्स सप्लाई किए गए हैं।
चायनीज सॉफ्टवेयर के उपयोग का शक
कंपनी द्वारा नामी कंपनियों के इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार उपकरणों के इंस्टालेशन में चायनीज सॉफ्टवेयर का उपयोग किए जाने का अंदेशा है। इससे सुरक्षा को लेकर भी खतरे का शक बताया जा रहा है। हालांकि जांच टीम में शामिल अफसरों ने इस मामले में अधिकृत रूप से कुछ भी बताने से इनकार कर दिया, पर बताया जा रहा है कि जांच में अन्य जांच एजेंसियां भी शामिल हो सकती हैं। छापेमारी की कार्रवाई करने के लिए सीसीआई के चार अधिकारी दिल्ली से आए। और साथ ही इस दौरान टेक्निकल एक्सपर्ट की टीम भी मौजूद रही।
भोपाल में जीएसटी छापा
इधर, स्टेट जीएसटी एंटी ईवेजन ब्यूरो की टीम ने जबलपुर और भोपाल में छापे की अलग- अलग कार्रवाई की। जबलपुर में टीम ने 7.25 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी पकड़ी, जबकि भोपाल और नर्मदापुरम के सिगरेट, तंबाकू विक्रेताओं के यहां टैक्स चोरी उजागर की। जबलपुर में टीम ने चंदन कॉलोनी रांझी में संचालित मोबाइल व इंटरनेट रिचार्ज सर्विसेज देने वाली होलसेल कंपनी 365 टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय पर छापा मारकर 7.25 करोड़ रुपए की टैक्स की चोरी पकड़ी। कंपनी ने यह राशि जमा करा दी है। इधर, चार टीमों ने भोपाल में जुमेराती में ग्लोबल मार्केटिंग एजेंसी और नर्मदापुरम में एमबीएम के यह छानबीन की। जांच में पाया गया कि टैक्स ज्यादा होने से कारोबारी बिना टैक्स के ही तंबाकू एवं तंबाकू उत्पाद बेचते हैं।