Sunday, September 28

यूपी, कर्नाटक व हिमाचल में राज्यसभा चुनाव आज, सिद्धा, सुक्खू की परीक्षा, योगी के जोड़-तोड़ पर नजर

उत्तर प्रदेश, कर्नाटक व हिमाचल प्रदेश के राज्यसभा की 15 सीटों पर चुनाव के लिए मंगलवार को मतदान होगा। इन तीनों राज्यों में एडीए ने विधानसभा में अपने संख्या बल से अधिक उम्मीदवार मैदान में उतारकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। ऐसे में कर्नाटक में मुख्यमंत्री एन सिद्धरामय्या, हिमाचल प्रदेश में सीएम सुखविंदरसिंह सुक्खू के लिए परीक्षा की घड़ी है वहीं उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर नजर रहेगी कि वे विपक्षी खेमे में तोड़-फोड़ कर भाजपा के अतिरिक्त उम्मीदवार को जिता पाते हैं या नहीं? राज्यसभा चुनाव की 56 सीटों में से 41 पर निर्विरोध चुनाव हो चुका है।

उत्तर प्रदेश: भाजपा को चाहिए आठ अतिरिक्त वोट

उत्तर प्रदेश में 10 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। हर उम्मीदवार को जीत के लिए 37 वोट की जरूरत है। भाजपा ने 8 और सपा ने 3 उम्मीदवार खड़े किए हैं। मौजूदा संख्या बल के आधार पर भाजपा सात सीटें जीत सकती हैं। भाजपा ने आठवें उम्मीदवार के तौर पर उद्योगपति संजय सेठ को खड़ा किया है। 399 विधायकों वाले विधानसभा में भाजपा को आठों उम्मीदवार जिताने के लिए 296 विधायकों के वोट की जरूरत है। आरएलडी के नौ और राजा भैया की जेडीएल के दो विधायकों के समर्थन से एनडीए के पास 288 वोट हैं। आठवें उम्मीदवार को जिताने के लिए आठ वोटों का जुगाड़ सपा, बसपा व कांग्रेस की क्रॉस वोटिंग से ही संभव है।

हिमाचल प्रदेश: कांग्रेस की राह दिख रही आसान

कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी को जीत के लिए उम्मीदवार 35 विधायकों के मत की दरकार है। कांग्रेस के पास अपने 40 विधायक हैं और तीन निर्दलीय उम्मीदवारों का भी उसे समर्थन है। भाजपा के पास सिर्फ 25 विधायकों हैं लेकिन उसने कांग्रेस से पार्टी में हर्ष महाजन को मैदान में उतार दिया है। कांग्रेस में बड़े पैमाने पर क्रॉस वोटिंग मुश्किल है, ऐसे में सिंघवी की राह आसान दिख रही है।

कर्नाटक: एक बनाम पांच की मशक्कत

कर्नाटक में चार सीटों के लिए पांच उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। एक उम्मीदवार को जीत के लिए 45 मतों की दरकार है। कांग्रेस ने अजय माकन, सैयद नासिर हुसैन और जीसी चंद्रशेखर को उतारा है। भाजपा से नारायण स्वामी बंडगे चुनाव लड़ रहे हैं वहीं सहयोगी जेडीएस ने डी. कूपेंद्र रेड्डी को उतारा है। कांग्रेस को अपने तीनों उम्मीदवार जिताने के लिए अपने 134 विधायकों के अलावा केवल एक अतिरिक्त वोट चाहिए।

भाजपा को अपनी एनडीए सहयोगी जेडीएस के उम्मीदवार को जिताने के लिए पांच वोट का जुगाड़ करना होगा। भाजपा की नजर दो निर्दलीय व दो अन्य विधायकों पर है लेकिन एक वोट क्रॉस वोटिंग के बिना संभव नहीं है। अपना किला बचाने के लिए कांग्रेस ने विधायकों को होटल में रखा है।