ग्वालियर. केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ग्वालियर वाले जय विलास पैलेस की भव्यता के चर्चे देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक हैं। खासकर पैलेस की चांदी की ट्रेन अक्सर चर्चाओं में रहती है। डायनिंग टेबिल पर लगी इस चांदी की ट्रेन से जय विलास पैलेस में खास मेहमानों को खाना सर्व किया जाता है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के जय विलास पैलेस में लंच के दौरान एक बार फिर ये ट्रेन चली और खाना सर्व किया गया। बता दें कि इससे पहले जब गृहमंत्री अमित शाह ग्वालियर दौरे के दौरान जय विलास पैलेस में लंच करने पहुंचे थे तब भी चांदी की ट्रेन से खाना सर्व किया गया था।
जय विलास पैलेस में राष्ट्रपति ने किया लंच
ग्वालियर दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सिंधिया के जय विलास पैलेस की सैर की और पैलेस में ही लंच किया। लंच के दौरान चांदी की ट्रेन से डायनिंग टेबिल पर 19 प्रकार के सात्विक व्यंजन राष्ट्रपति को परोसे गए। इनमें नेपाली साग से लेकर दालमा, संतुला, जीरा मूँग दाल छिलका, पनीर मखाना, भुट्टा कीस, आदि शामिल। राष्ट्रपति मुर्मू के साथ लंच के दौरान राज्यपाल मंगूभाई पटेल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सीएम शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, सांसद विवेक शेजवलकर, मंत्री तुलसी सिलावट व मंत्री प्रद्युम्न सिंह भी मौजूद रहे।
देश के खूबसूरत महलों में से एक है जय विलास पैलेस
बता दें कि सिंधिया का जय विलास पैलेस देश के सबसे खूबसूरत महलों में से एक है। इसका निर्माण 1874 में जीवाजी राव सिंधिया ने करवाया था, उस समय इसकी कीमत 1 करोड़ रुपए से भी ज्यादा थी। वहीं इसकी कीमत को कई जानकार तत्कालीन 200 मिलियन डॉलर भी बताते हैं। इस महल का डिजाइन लेफ्टिनेंट कर्नल सर माइकल फिलोज द्वारा तैयार किया गया था। 400 कमरों वाले इस महल में एक विशाल झूमर लगा हुआ है। बहुत कम ही लोग जानते हैं कि इस विशाल झूमर का वजन 3500 किलोग्राम है। इसे लगाने से पहले छत की मजबूती जांचने के लिए 10 हाथियों को एक साथ महल की छत पर 7 दिन तक खड़ा रखा गया था जिसके बाद यहां झूमर टांगा गया था।