भोपाल. भोपाल के सतपुड़ा भवन में लगी आग भले ही बुझ चुकी हो लेकिन इस आग से प्रदेश की सियासत के लंबे समय तक सुलगने की उम्मीद है। सतपुड़ा भवन में लगी आग को लेकर सियासत गर्मा चुकी है और कांग्रेस पूरी तरह से प्रदेश सरकार पर हमलावर है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने सतपुड़ा भवन की आग को साजिश बताते हुए साफ आरोप लगाया है कि ये आग लगी नहीं है बल्कि लगाई गई है।
कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल को अंदर जाने से रोका
सतपुड़ा भवन में लगी आग के बाद मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल सतपुड़ा भवन पहुंचा था लेकिन वहां पर पुलिस ने कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को अंदर जाने से रोक दिया। इससे नाराज नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस विधायक सतपुड़ा भवन के सामने ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद ने पुलिस पर धक्कामुक्की करने का आरोप लगाते हुए प्रदेश सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाए।
ये आग लगी नहीं लगाई गई- गोविंद सिंह
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने आरोप लगाया है कि सतपुड़ा भवन में लगी आग एक साजिश थी और ये आग लगी नहीं थी बल्कि लगाई गई थी। उन्होंने कहा कि 2005 से लेकर अभी तक शिवराज सरकार में 18 बार आग लग चुकी है। 6-7 बार सतपुड़ा भवन में, विंध्याचल भवन में, सचिवालय में कलेक्ट्रेट में आग लग चुकी है। नेता प्रतिपक्ष का आरोप है कि जब भी सरकार करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार करती है तो इस तरह की आग जरूर लगती है। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि 18 करोड़ रुपए अभी रेनोवेशन के नाम पर खर्च किया गया था। हम उच्च न्यायालय के जजों के द्वारा इस घटना की जांच की मांग करते हैं।