कांग्रेस (Congress) के नेता और पूर्व सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इस समय एक्टिव मोड में हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद से राहुल के हौंसले बुलंद हैं। राहुल ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान जमकर प्रचार अभियान में हिस्सा लिया। कर्नाटक विधानसभा चुनाव तो खत्म हो गए, पर राहुल अभी भी एक्टिव मोड पर है। इसी के चलते राहुल इस हफ्ते अमरीका (United States Of America) की यात्रा पर हैं। इस यात्रा के दौरान राहुल न्यूयॉर्क (New York) में प्रवासी भारतीयों (Indian Diaspora) के एक समूह को संबोधित करने के साथ ही कुछ दूसरे कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे। गौर करने वाली बात यह भी है कि राहुल का यह अमरीका दौरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की अमरीकी स्टेट विज़िट से करीब 3 तीन हफ्ते पहले ही है।
प्रवासी भारतीयों पर छाया है पीएम मोदी का जादू
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे पॉपुलर लीडर है और यह बात किसी से भी छिपी नहीं है। दुनियाभर में पीएम मोदी के लिए लोगों में ज़बरदस्त क्रेज़ है। ऐसे में स्वाभाविक है कि दूसरे देशों में रहने वाले प्रवासी भारतीयों में भी पीएम मोदी के लिए ज़बरदस्त क्रेज़ है। प्रवासी भारतीयों पर पीएम मोदी का जादू छाया हुआ है। बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक लोग पीएम मोदी के फैन हैं। जब भी पीएम मोदी किसी विदेशी दौरे पर जाते हैं, उस देश में रहने वाले प्रवासी भारतीय लोग पीएम मोदी से मिलने के लिए बेताब रहते हैं। पीएम मोदी भी उन्हें निराश नहीं करते और उनसे मिलते हैं।
जिस भी देश में पीएम मोदी जाते हैं, उन्हें देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता है। अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने कुछ ही दिन पहले पीएम मोदी की की लोकप्रियता पर बात करते हुए बताया था कि उन्हें पीएम मोदी का ऑटोग्राफ लेना चाहिए। पीएम मोदी के अमरीकी दौरे से पहले अमरीकी राष्ट्रपति बाइडन के पास पीएम मोदी से मिलने वाले लोगों की रिक्वेस्ट्स बड़ी संख्या में आ रही है। ऐसे में प्रवासी भारतीयों में पीएम मोदी के लिए कितना क्रेज़ है, यह जगजाहिर है।
क्या राहुल की अमरीका यात्रा प्रवासी भारतीयों पर छाए पीएम मोदी के जादू को तोड़ पाएगी?
राहुल की इस हफ्ते होने वाली अमरीका यात्रा का मुख्य लक्ष्य प्रवासी भारतीयों पर छाप छोड़ना भी रहेगा। प्रवासी भारतीयों को सभी राजनीतिक दल काफी अहम मानते हैं। जिन देशों में ये रहते हैं उनके साथ ही भारतीय राजनीति में भी इनकी भूमिका होती है। इतना ही नहीं, भारतीय अर्थव्यवस्था में भी इनका कई तरह से योगदान होता है।
अगर राहुल की लंदन यात्रा और उस दौरान दिए गए भासन पर गौर किया जाए, तो यह कहना गलत नहीं होगा कि राहुल इस अमरीका दौरे पर भी शब्दों में कोताही नहीं बरतेंगे और केंद्र सरकार पर निशाना सड़ने का कोई भी मौका नहीं छोड़ेंगे। ऐसे में यह देखना होगा कि क्या राहुल इस यात्रा के ज़रिए प्रवासी भारतीयों पर छाए जादू को तोड़ पाएंगे या नहीं।