कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया लगातार एक्शन में नजर आ रहे है। बीते दिनों एक बैठक कर पुलिस और आलाधिकारियों को खास निर्देश दिए थे। सोमवार देर रात एक बार फिर सीएम सिद्धारमैया ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि कन्नड़ लड़ाकों, किसान-मजदूर-दलित आंदोलनों, साहित्य और लेखकों पर झूठे मुकदमे वापस लिए जाएंगे। नई शिक्षा नीति के नाम पर शिक्षा क्षेत्र में मिलावट नहीं होने दी जाएगी। कर्नाटक के सद्भाव और धर्मनिरपेक्ष विरासत की रक्षा के मुद्दे पर समझौते का कोई सवाल ही नहीं है। नफरत की राजनीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी और भय का माहौल खत्म किया जाएगा।
ग्रंथों और पाठों से बच्चों का दिमाग नहीं होने देंगे प्रदूषित
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि ग्रंथों और पाठों के माध्यम से बच्चों के दिमाग को प्रदूषित करने का कार्य क्षमा नहीं किया जा सकता है। चूंकि शैक्षणिक वर्ष शुरू हो गया है, हम चर्चा करेंगे और कार्रवाई करेंगे ताकि बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो। माना जा रहा है कि इसके जरिए कांग्रेस बीजेपी और आरएसएस को चुनौती देने जा रही है।
खत्म किया जाएगा भय का माहौल
सीएम सिद्धारमैया ने सोमवार को कहा कि कर्नाटक के सद्भाव और धर्मनिरपेक्ष विरासत की रक्षा के मुद्दे पर समझौते का कोई सवाल ही नहीं है। नफरत की राजनीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी और भय का माहौल खत्म किया जाएगा।
सिद्धारमैया ने लोकसभा चुनाव का टारगेट किया सेट
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब सिद्धारमैया ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर नया टारगेट सेट कर दिया गया है। सीएम सिद्धारमैया ने मंत्रिमंडल में शामिल हुए 24 विधायकों को 2024 के लोकसभा चुनाव में राज्य की 28 में से 20 सीटें जीतने की कोशिश करने का लक्ष्य रखा है।