Thursday, September 25

भैंसों की दिनदहाड़े हो रही किडनेपिंग, फिरौती के रूप में करोड़ों की कमाई

मुरैना. यहां इंसानों का अपहरण कर फिरौती मांगने की घटनाएं तो आम हैं, लेकिन अब भैंसों का भी अपहरण हो रहा है। यह चौंकानेवाला सच है चंबल इलाके का जहां भैंसों का अपहरण (चोरी) कर उसे लौटाने पनिहाई (फिरौती) वसूलने का अपराध सरेआम सा होने लगा है। भैंस की किडनेपिंग के इस कारोबार में करोड़ों की कमाई की जा रही है।

चंबल के इस इलाके की 75% आबादी खेती-बाड़ी पर निर्भर है। इसलिए किसान खेती के साथ दूध उत्पादन के लिए गाय-भैंस भी रखते हैं। बदमाश घर के बाहर चर रही भैंसों के साथ गांव के अंदर से भी खोलकर ले जाते हैं। मालिक को जब पता लगता है तो बदमाशों को कुछ रुपए देकर भैंसें छुड़ानी पड़ती हैं। भैंस की फिरौती के लिए 20 हजार रुपए तक मांगे जाते हैं। इस तरह इलाके के कुछ बदमाशों की कमाई कुछ सालों में करोड़ों में जा पहुंची है।
1.25 लाख की भैंस की 15 हजार वसूली
सरायछौला थाना क्षेत्र के हंसराज का पुरा निवासी रामनिवास की भैंस 15 अप्रेल को चोरी हो गई। वे ढूंढ़ते हुए मुरैना से लगे राजस्थान के गांव में पहुंचे। यहां मध्यस्थता के बाद 15 हजार रुपए देने पड़े। एक मई को भैंस वापस मिली।
भैंस को राजस्थान ले गए अपहरणकर्ता
मृगपुरा क्षेत्र के भौरूसिंह का पुरा के नारायण सिंह परमार की भैंस 29 अप्रेल को चोरी हुई। चोर राजस्थान के बीहड़ी गांव में ले गए। संपर्क किया तो 20 हजार रुपए मांगे। फिरौती चुकाई, तब दो मई को भैंस मिली।
ऐसी घटनाएं रोकने पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग
सुमावली विधानसभा क्षेत्र के मृगपुरा-गौसपुरा से अप्रेल में एक साथ मवेशी चोरी की घटनाएं बढ़ने पर पूर्व विधायक गजराज सिंह सिकरवार ने मुरैना एसपी को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है, ऐसी घटनाएं रोकने पुलिस गश्त बढ़ाई जाए।