Thursday, September 25

हद है…चोर घाट ही नहीं, खुले आम सीधे बेतवा में मिल रहे और भी गंदे नाले

विदिशा. नगर में वर्षों से चोर घाट नाले के जरिए बेतवा में सीधे गंदगी मिलाने का सिलसिला बदस्तूर आज भी जारी है। लेकिन इसके साथ ही चोरी से नहीं बल्कि खुले आम रोजाना हजारों लोगों के सामने पुराने पुल के बाजू से ही तमाम गंदगी को समेटते हुए नाले का पानी बेतवा में जा कर मिल रहा है। प्रशासन और नगरपालिका से जुड़े अधिकारियों और क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को इस ओर या तो देखने की फुर्सत ही नहीं, या फिर इसे जब तब बात चलने पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का झुनझुना बजाकर मामले को फिर फाइलों में बंद कर दिया जाता है।

पुराने पुल के बाजू से मुक्तिधाम जाते समय मोड़ पर ही जतरापुरा की ओर से गोशाला होते हुए आने वाला नाला वर्षों से अपनी गंदगी बेरोकटोक बेतवा में मिला रहा है। यहां से मुक्तिधाम जाने वाले हर शख्स की नजर इस पर है। बेतवा उत्थान समिति ने भी कई बार इस पर आपत्ति जताते हुए नगरपालिका और प्रशासन के नुमाइंदों से समस्या के हल का अनुरोध किया है, लेकिन किसी के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। चोर घाट नाले की तरह यह नाला भी बेतवा में रोजाना लाखों लीटर गंदा पानी उड़ेलकर नदी को प्रदूषित कर रहा है।

उधर मुक्तिधाम के पास पहले से ही एक सीवेज चैंबर सीढिय़ों के पास वर्षों से खुला है जिसकी गंदगी बेतवा में समा रही है। लेकिन इस सबके उपचार और बेतवा के शुद्धिकरण की बातें सिर्फ बैठकों, फाइलों और भाषणों में ही सिमटकर रह जाती हैं। नगर पालिका चुनाव में भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में कहा था कि हर घर को सीवेज से जोड़ा जाएगा। साथ ही नवीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण शीघ्र ही कराया जाएगा, जिससे बेतवा नदी में मिलने वाला प्रदूषित पानी साफ हो सके। अशुद्ध पानी को शुद्ध कर शहर के बाग बगीचों में सिंचाइ के लिए उपयोग किया जाएगा। लेकिन दुर्भाग्य से इस दिशा में अभी कोई काम धरातल पर नहीं दिख सका है और बेतवा का विभिन्न रास्तों पर प्रदूषित होने का क्रम जारी है।