भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले कुछ घंटों से लगातार भारी बारिश (heavy rain) के बाद नदी-नाले उफान पर है। प्रदेश की सबसे बड़ी नर्मदा नदी (narmada river) का जल स्तर लगातार बढ़ने लगा है। तवा डैम और बारना डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इधर, शहरों में भी भारी बारिश के कारण आफत हो गई है। इंदौर भोपाल (indore bhopal) सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इंदौर में तो कई कारें बह गई हैं। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है
इंदौर में कई कारें बहने लगीं
इंदौर में मंगलवार रात शहर में बारिश ने अपना अलग ही रूप दिखाया। भारी बारिश के कारण सड़कें नहीं नजर आ रही थी। सड़कें तालाब में तब्दील हो गई थी। शहर में कई कारें बहने लगी। कुछ कारें बहते-बहते पलट गई। इंदौर के पश्चिम क्षेत्र में बारिश का सबसे ज्यादा असर रहा। सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया था। यह पानी किसी पहाड़ी नदी की तरह बह रहा था। इंदौर के शांतिनाथपुरी, फूटी कोठी, साईं बाबा नगर, वैशाली नगर, सुदामा नगर, द्वारकापुरी, हवा बंगला, सिलिकॉन सिटी, नालंदा परिसर और राजेंद्र नगर में चारों तरफ पानी ही नजर आ रहा था। शांतिनाथपुरी में तो सड़कों पर कारें बहती हुई नजर आई। फूटी कोठी के पास से भी एक कार बही और आगे जाकर पलट गई। इसके बाद 3 कारें और दर्जनभर बाइक बहने की भी खबरें आ रही थी।
अलर्ट जारीः नर्मदा खतरे के निशान के करीब
इधर, खबर है कि लगातार बारिश से तवा डैम और बारना डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। यह पानी नर्मदा में मिलता है, इस कारण नर्मदा का जल स्तर लगातार बढ़ने लगा है। नर्मदा का जल स्तर खतरे के निशान की तरफ बढ़ रहा है। तवा डैम के 13 और बारना डैम के 8 गेट से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। नर्मदापुरम में नर्मदा नदी के घाटों पर अलर्ट जारी किया गया है।
क्षिप्रा भी उफान पर
उज्जैन में क्षिप्रा नदी उफान पर आ गई है। लगातार बारिश से नदी का जल स्तर खतरे के निशान की तरफ बढ़ रहा है। निचले इलाके में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम किया जा रहा है।
भोपाल में भी पानी ही पानी
इधर, राजधानी भोपाल में भी रातभर हुई भारी बारिश के बाद पानी ही पानी हो गया। बुधवार को सुबह तक शहर के कई निचले इलाकों में पानी भर गया था। निचली बस्तियों में रहने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
नर्मदा के घाटों पर अलर्ट जारी
नर्मदापुरम में मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही बारिश से तवा और रायसेन के बारना डैम के गेट खोले गए। मंगलवार शाम 6 बजे तक तवा डैम के 3 गेट 5 फीट तक खोलकर पानी छोड़ा जा रहा था। डैम में तेजी से पानी बढ़ने के कारण रात 8 बजे 5 गेट, फिर 9.30 बजे से 9 गेट 7 फीट तक खोले गए। इसके बाद तवा डैम के सभी 13 सभी गेट 10 फीट तक खोले गए हैं, जिनसे 98,325 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। उधर रात 10 बजे तक बारना डैम के 8 गेट 1.5 मीटर तक खोले गए हैं।
पचमढ़ी और बैतूल में लगातार हो रही बारिश के कारण तवा डैम लगातार भर रहा है।नदी नाले उफान पर होने के कारण बैतूल, हरदा और आंवलीघाट पर पड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों से थोड़ी ही बारिश से सुकतवा नदी के पुल पर पानी आ जाने से नागपुर का रास्ता बंद हो गया है। नर्मदापुरम, बुदनी, सिवनी मालवा, टिमरनी, हरदा, हंडिया तहसील में नर्मदा नदी के पास निचले स्तर पर रहने वाले लोगों को अलर्ट रखा गया है।
बैतूल में बारिश जारी
पिछले दो दिनों से बैतूल में लगातार बारिश के कारण कई नदियां उफान पर आ गई हैं। जिले के आठनेर मार्ग पर मासोद के पास अंभोरा नदी की पुलिया टूट गई है, इस कारण रास्ता बंद हो गया है। दो लोगों के घायल होने के भी समाचार हैं। प्रभातपट्टन में भी 40 मकानों को नुकसान की खबर है।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने फिलहाल आने वाले तीन दिनों तक अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा है कि अहमदाबाद से लेकर इंदौर, मंडला रायगढ़ और निम्न दाब का केंद्र बनने से यह स्थिति बनी है।