Sunday, September 28

कुबरेश्वर धाम पर बड़ा हादसा, एक महिला की मौत कई घायल, मची अफरा-तफरी

सीहोर. सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबरेश्वर धाम में बुधवार रात को बड़ा हादसा हो गया, गुरु पूर्णिमा के अवसर पर शिव महापुराण कथा चल रही थी, हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर कथा सुन रहे थे, उसी दौरान तेज बारिश और हवा आंधी के कारण एक डोम गिर गया, हादसे में एक महिला की मौत हो गई, वहीं कई लोग घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, ऐसे में खुद पंडित प्रदीप मिश्रा भी अस्पताल पहुंचे। इस दौरान जहां घटना स्थल पर अफरा तफरी मच गई थी, वहीं जानकारी मिलने पर सैंकड़ों की संख्या में श्रद्धालु अस्पताल भी पहुंच गए थे।

भोपाल-इंदौर हाईवे स्थित चितावलिया हेमा के कुबेरेश्वर धाम पर बुधवार रात साढ़े आठ बजे अचानक डोम गिरने से बड़ा हादसा हो गया। एक महिला की मौत हो गई, जबकि 14 लोग घायल बताए जा रहे हैं। जिसमें दो की हालत गंभीर होने से भोपाल रेफर किया गया। इस हादसे ने कुबरेश्वर धाम पर की गई व्यस्था की पोल खोलकर रख दी है। धाम पर हजारों लोगों के पहुंचने के बावजूद उनकी सुरक्षा को लेकर लापरवाही दिखाई, जिसके चलते इतना बड़ा हादसा हो गया। जानकारी के अनुसार कुबेरेश्वर धाम में पिछले सात दिन से गुरु शिव महापुराण की कथा चल रही थी। कथा सुनने हर रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं रहे थे। बुधवार को कथा का आखिरी दिन था। इस बीच सुबह 8 बजे से गुरु दीक्षा का कार्यक्रम शुरू हुआ जिसके शाम तक चलने से हजारों लोगों ने दीक्षा ली। प्रदेशभर से आए श्रद्धालु रात को भी मौजूद थे। इसी दौरान रात साढ़े 8 बजे के करीब अचानक हवा आंधी चलने के साथ तेज बारिश शुरू होने से एक डोम गिर गया। इसके नीचे कई लोगों आ गए और अफरा-तफरी मच गई। यहां स्थिति इतनी बिगड़ गई कि लोग जान बचाने इधर उधर भागते दिखे।

पूर्व में स्थगित हुआ था कार्यक्रम
पिछली बार रुद्राक्ष महोत्सव के समय हजारों वाहनों की लंबी कतारें फोरलेन पर लग गई थी। आयोजन स्थल पर श्रद्धालुओं के बैठने की जगह तक नहीं बची थी, जिसे लेकर प्रशासन ने रुद्राक्ष महोत्सव को स्थगित कराते हुए कथा को जारी रखा था। उस समय भी व्यवस्थाओं की पोल खुली थी और लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था।

दबे लोगों को मुश्किल से निकाला
डोम के नीचे दबे लोगों को बाहर निकालने की कवायद शुरू की गई। पुलिस, प्रशासनिक अमला भी मौके पर पहुंचा। घायलों को बाहर निकालने के बाद सीहोर जिला अस्पताल लाया गया। अस्पताल में डॉ. वीके चतुर्वेदी ने घायलों का इलाज कर दो गंभीर को भोपाल रेफर किया। कन्नौद के बावड़ीखेड़ा निवासी 50 वर्षीय उमाबाई मीणा की मौत हो गई। वहीं अन्य घायलों का इलाज चल रहा है। सूचना मिलने पर विधायक सुदेश राय जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों से चर्चा कर हाल जाने। विधायक के कुछ देर बाद ही पंडित प्रदीप मिश्रा और जिला पंचायत सीईओ हर्षसिंह भी अस्पताल पहुंचे।

हादसे को लेकर उठे सवाल
-गुरु दीक्षा कार्यक्रम में 50 हजार से ज्यादा लोग पहुंचे, इतने लोगों के बैठने की
पर्याप्त जगह नहीं है। इसके बावजूद प्रशासन ने अनुमति दी।
-चार दिन पूर्व कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर, पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी, राजस्व और -पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे पूरे व्यवस्था का जायजा लिया था। बावजूद कार्यक्रम के अंतिम दिन हादसा हो गया।
-कार्यक्रम स्थल पर आए लोगों की सुरक्षा को लेकर भी पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए।