G-7 शिखर सम्मेलन की बैठक में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जर्मनी पहुंच गए हैं। पीएम के इस दौरान उनका एयरपोर्ट पर भारतीय समुदाय ने जोरदार स्वागत किया। आधिकारिक बयान में बताया गया कि वह G7 देशों और अतिथि देशों के साथ पर्यावरण, ऊर्जा, जलवायु, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, आतंकवाद, लैंगिक समानता और लोकतंत्र जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी 26 और 27 जून को होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। पिछले दो महीनों में पीएम मोदी की यह दूसरी यात्रा है। इससे पहले पीएम 2 मई को जर्मनी यात्रा पर गए थे। जर्मनी में शिखर सम्मलेन की बैठक में हिस्सा लेने के बाद वह संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर भी जाएंगे।
‘चलता है’ की मानसिकता से निकला भारत
पीएम मोदी ने कहा कि आज का भारत ‘होता है, चलता है, ऐसे ही चलेगा’ वाली मानसिकता से बाहर निकल चुका है। आज भारत ‘करना है’ ‘करना ही है’ और ‘समय पर करना है’ का संकल्प रखता है। भारत अब तत्पर है, तैयार है, अधीर है। भारत अधीर है, प्रगति के लिए, विकास के लिए। भारत अधीर है, अपने सपनों के लिए, अपने सपनों की सिद्धि के लिए।
कोरोना में 80 करोड़ गरीबों को फ्री अनाज दिया
पीएम ने बताया कि कोरोना के इस समय में भारत पिछले दो साल से 80 करोड़ गरीबों के लिए मुफ्त अनाज सुनिश्चित कर रहा है।
वैक्सीन की दोनों डोज 90% वयस्कों को लग चुकी – पीएम मोदी
नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत में 90% व्यस्कों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं। 95% व्यस्क ऐसे हैं, जो कम से कम एक डोज ले चुके हैं। यह वही भारत है, जिसके बारे में कुछ लोग कह रहे थे कि सवा अरब आबादी को वैक्सीन लगाने में 10-15 साल लग जाएंगे। उन्होंने कहा कि आज जब मैं आपसे बात कर रहा हूं तो भारत में वैक्सीन का आंकड़ा 196 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुका है। मेड इन इंडिया वैक्सीन ने भारत के साथ ही दुनिया के करोड़ों लोगों की कोरोना से जान बचाई है।
‘चौथी औद्योगिक क्रांति में पीछे नहीं रहेगा भारत’ – पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि पिछली शताब्दी में, जर्मनी और अन्य देशों ने औद्योगिक क्रांति से लाभ प्राप्त किया। उन्होंने कहा, “भारत तब गुलाम था, इसलिए यह लाभ नहीं उठा सकता था। लेकिन अब भारत चौथी औद्योगिक क्रांति में पीछे नहीं रहेगा, यह अब दुनिया का नेतृत्व कर रहा है।”