Friday, September 26

मरम्मत में 48 लाख खर्च, अब बारिश में जंग खाएंगी फायर ब्रिगेड

विदिशा। नपा वर्षों से शहर में बिना प्लानिंग के कार्य करती आई, इससे जनता के पैसों की व्यर्थ बर्बादी हो रही है। हाल ही में देखें जहां पिछले माह नपा ने फायर ब्रिगेड की मरम्मत में करीब 48लाख खर्च कर दिए लेकिन इन इमरजेंसी वाहनों को बारिश में रखरखाव के लिए नपा शेड तक नहीं बनवा पा रही है। कर्मचारी बताते हैं यह सभी वाहन इलेक्ट्रानिक्स सिस्टम पर आधारित हैं और बारिश में यह वाहन खराब हो जाएंगे, इनमें जंग लग जाएगी और बारिश बाद फिर इनकी मरम्मत में नपा को लाखों रुपए का खर्च करना पड़ेंगे।

मालूम हो कि इन इमरजेंसी वाहनों के लिए शेड की जरूरतें वर्षेों से पड़ रही पर हमेशा इस कार्य की अनदेखी होती आई है और इन वाहनों के रखरखाव में नए आए वाहन कुछ ही वर्षों में कंडम हो जाते है। इस वर्ष गर्मी में नरवाई व अन्य आग को नियंत्रित करने के लिए वाहनों को दुरुस्त कराया गया था। इसमें एक वाहन पर करीब 40 लाख रुपए खर्च कर इसे तैयार कराया गया। अन्य वाहनों पर भी करीब 8 लाख रुपए खर्च किए गए लेकिन इनके रखरखाव के लिए शेड की व्यवस्था नहीं हो पाई है। शहर में एक क्विक वाहन सहित अभी चार फायर ब्रिगेड मौजूद है जबकि दो फायर ब्रिगेड अभी सुधर कर नहीं आई। इस तरह कुल छह फायर ब्रिगेड है जिन्हें अब पूरी बारिश भर पानी में भींगना पड़ेगा।
7 लाख 50 हजार के बनना थे शेड

नपा कर्मचारियों के मुताबिक पूर्व में फायर बिग्रेड का कोई स्थायी ठिकाना नहीं था, लेकिन अब इसे नपा कार्यालय के सामने चिकत्सकों के बने आवास में स्थायी ठिकाना मिल चुका जहां से कार्यालय संचालित हो रहा। यहां वाहन खड़े करने का काफी स्थान भी है। फलस्वरूप यहां शेड बनाए जाने के लिए करीब 7 लाख 50 हजार की राशि कुछ माह पूर्व मंजूर हुई थी, लेकिन इंजीनियरों ने कोई रूचि नहीं ली और अब आचार संहिता के कारण कार्य रुकना माना जा रहा है।
नपा के अन्य 70 से अधिक वाहन भी इसी हालत में
नपा में सिर्फ फायर ब्रिगेड वाहन ही नहीं अन्य 70 वाहन और है जिनकों बारिश में रखरखाव के लिए कोई उचित स्थान नहीं है और यह सभी वाहन पूरी बारिश में खुले में रहते हैं। इनमें घर-घर से कचरा लेने वाले 39 ऑटो है सहित स्वच्छता कार्य में रोबोट है, जेसीबी है, सड़क पर धूल हटाने वाली मशीन, कीटनाशक छिड़काव के छोटे वाहन सहित अन्य चार पहिया वाहन हैं। इनमें कुछ इलेक्ट्रॉनिक है जिनके लगातार बारिश में भींगने से तकनीकी खराबी आती है और एन वक्त पर यह वाहन नहीं चल पाते लेकिन अधिकारियों इंजीनियरों, के वाहन के वाहन छोड़ सेवा कार्य के यह सभी वाहन बारिश में खुले में रहते हैं और इनके सुधार कार्य में नपा को लाखों रुपए हर वर्ष करना पड़ रहा है।

यही चूक सड़कों के निर्माण कार्य में हुई
कुछ ऐसे ही बिना प्लानिंग कार्य करने के कारण शहर को इस बार बारिश के दौरान खराब सड़कों का सामना करना पड़ रहा है। नपा ने सड़कों की मरम्मत के लिए 20 लाख रुपए स्वीकृत किए थे। टैंडर और वर्क आर्डर होने के बाद भी नपा यह कार्य साल भर में नहीं करा पाई और आखिर में चुनाव आचार संहिता के कारण कार्य रुकना बताकर कर्तव्य की इतिश्री कर ली। इसी तरह सड़क निर्माण कर्यों को लेकर िस्थति बनी। बारिश के एक माह पूर्व करीब दो करोड़ के टैंडर निकाल दिए। इन कार्यों में ईदगाह चौराहा से नीमताल तक, डंडापुरा मार्ग, सिंधी कॉलोनी मार्ग आदि कई महत्वपूर्ण मार्ग थे, लेकिन यह मार्ग आचार संहिता के कारण रुक गए और अब लोगों को बारिश में इन गड्ढों भरी सड़कों से जूझना पड़ेगा।