Sunday, October 5

नई कृषि मंडी- गर्मी में खुले आसमान के नीचे बैठ रहे नीलामी के इंतजार में, व्यापारियों ने जमाया कब्जा

नई कृषि मंडी उपज बेचने आए छोटे किसान घंटों तेज धूप गर्मी में नीलामी के इंतजार में बैठे रहते हैं। उनको सिर छिपाने के लिए जगह भी उपलब्ध नहीं है। ये किसान बोरों और कट्टों में अनाज भरकर बेचने लाते हैं। खुले मैदान में रखकर उसकी सुरक्षा के लिए नीलामी होने तक बैठने मजबूर रहते हैं।

ग्राम तरावली से आए दीप सिंह ने बताया वह गांव की ट्रैक्टर-ट्राली में 5 कट्टी चना और मसूर लेकर आया है। सुबह से ही कट्टी के पास नीलामी के इंतजार में बैठा हुआ है। सामने टीन शेड बना हुआ है लेकिन उसमें व्यापारियों के माल की तुलाई चल रही है। बैठने के लिए जगह और छांव उपलब्ध नहीं है। ऐसी हालत सिर्फ एक किसान की नहीं है सैकड़ों किसान रोज धूप में ही बैठे रहते हैं। यहां तक कि प्यास लगने पर पानी पीने तक नहीं जा पाते। उनको डर रहता है। यदि थोड़ा हटे तो अनाज गायब हो सकता है।

42 डिग्री पर दिन का पारा
पुरानी मंडी से कामकाज नई मंडी में जब शिफ्ट कराया गया। उस समय जिन व्यापारियों ने भूखंड क्रय किए थे। उनका निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ था। अधूरा था। उनके लिए अस्थाई तौर पर मंडी द्वारा किसानों के उपयोग के लिए बनाए गए टीन शेड उपलब्ध कराए गए थे।

जिससे निर्माण पूरा होने तक अपना कामकाज कर सकें। लेकिन वर्तमान में अधिकांश व्यापारियों की दुकानों का निर्माण पूरा हो चुका है। लेकिन वह अभी भी किसानों के लिए बनाए गए टीन शेड का उपयोग कर रहे हैं। इसके कारण वर्तमान में 42 डिग्री तापमान चल रहा है। ऐसे में किसान खुले आसमान के नीचे नीलामी का इंतजार करने मजबूर हैं।

एसडीएम ने नोटिस जारी दिए थे निर्देश
एसडीएम रोशन राय ने पिछले महीने मंडी सचिव को उन व्यापारियों से शेड खाली कराने के निर्देश जारी किए थे। जिन किसानों की मंडी प्रांगण में दुकाने और भूखंड निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है। इन निर्देशों के चलते व्यापारियों को नोटिस जारी किए गए थे। उनको 25 मार्च तक शेड खाली करने को कहा गया था। लेकिन इन निर्देशों का अब तक पालन नहीं हुआ। जिन व्यापारियों की दुकानों का निर्माण हो चुका। उन्होंने भी अपना कामकाज शेड से शिफ्ट नहीं किया। इसके कारण इनका उपयोग किसानों के लिए नहीं हो पा रहा।

यह है मौजूदा हालत
सीमांत और छोटे किसान कृषि मंडी में उनके गांव से आने वाली बड़े किसानों की ट्रैक्टर ट्राली में किराए से अनाज रखकर मंडी में बेचने आते हैं। मंडी में दो प्रकार से नीलामी होती है। एक तो बड़े किसानों के उपज की जो ट्रैक्टर ट्राली में भरकर लाते हैं। वही छोटे किसान जो कट्टे और बोरों में अनाज भरकर लाते हैं। उनकी नीलामी अलग होती है। बड़े किसान जो ट्रैक्टर ट्राली में अनाज भरकर लाते हैं।

नीलामी तक ट्रैक्टर के टप या फिर ट्राली के नीचे बैठ जाते हैं। लेकिन छोटे किसानों को इन दिनों भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। किसानों के लिए बैठने और नीलामी के लिए जो शेड बनाए गए हैं। उनका उपयोग व्यापारी कर रहे हैं। इसके कारण किसानों को दिक्कत आ रही है।

शेड खाली नहीं किए तो क्रय-विक्रय पर लगाएंगे रोक
किसान टीन शेड खाली करने के लिए नोटिस जारी किए जाएंगे। नोटिस जारी होने के बाद यदि एक सप्ताह में शेड खाली नहीं किया तो उनके मंडी में क्रय विक्रय पर रोक लगाई।
-आरके व्यास, प्रभारी सचिव कृषि उपज मंडी गंज बासौदा।