देश में 15-18 साल की उम्र के बच्चे 1 जनवरी से कोविन ऐप पर रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। कोविन प्लेटफॉर्म के चीफ डॉ. आरएस शर्मा ने बताया कि 10वीं का ID कार्ड भी रजिस्ट्रेशन के लिए आइडेंटिटी प्रूफ माना जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ स्टूडेंट्स के पास आधार कार्ड या फिर कोई पहचान पत्र नहीं होगा।
देश में बीते दिन 6,531 संक्रमित मिले, 7,091 ठीक हुए; 315 की मौत
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का खतरा दिन ब दिन बढ़ते जा रहा है। पिछले 24 घंटे में देशभर में संक्रमण के 6,531 केस सामने आए हैं। 315 लोगों की मौत हुई है। 7,091 ठीक हुए। देश में अब कोरोना के 75,841 एक्टिव केस हैं। वहीं, नए वैरिएंट के मामले बढ़कर 578 पहुंच गए हैं। अब तक ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा 142 केस दिल्ली में मिले हैं। 141 मामलों के साथ मुंबई दूसरे नंबर पर है।
ऑस्ट्रेलिया में ओमिक्रॉन से पहली मौत, 80 साल के संक्रमित ने इलाज के दौरान दम तोड़ा
ऑस्ट्रेलिया में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से पहली मौत हुई है। न्यू साउथ वेल्स स्टेट में 80 साल के ओमिक्रॉन संक्रमित ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। यह व्यक्ति फुली वैक्सीनेटेड था, लेकिन उम्र से जुड़ी कई बीमारियों से जूझ रहा था।
न्यू साउथ वेल्स ऑस्ट्रेलिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है। यहां सोमवार को 6,000 हजार से ज्यादा कोरोना केस मिले। फिलहाल 524 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से 55 की हालत गंभीर बनी हुई है।
क्रिसमस पर छुट्टियों के दौरान दुनिया भर में हजारों फ्लाइट्स कैंसल
ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच क्रिसमस पर छुट्टियों के दौरान दुनिया भर में हजारों फ्लाइट्स कैंसल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 4,500 उड़ानें रद्द होने से यात्रियों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। चीन और अमेरिका की फ्लाइट्स सबसे ज्यादा कैंसल हुई हैं। कंपनियों का कहना है कि क्रू मेंबर्स के संक्रमित पाए जाने के बाद उड़ानें रद्द की गई हैं।
न्यूयॉर्क में अस्पताल में भर्ती होने वाले कोरोना संक्रमित बच्चों की संख्या बढ़ी
अमेरिका के न्यूयॉर्क में ओमिक्रॉन के मामले बढ़ने के साथ ही अस्पताल में भर्ती होने वाले बच्चों की संख्या भी बढ़ रही है। न्यूयॉर्क हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक, अस्पताल में भर्ती होने वाले 18 साल से उम्र के कोरोना मरीजों में चार-गुना की बढ़ोतरी हुई है। इनमें करीब आधे संक्रमितों की उम्र 5 साल से कम है।
देश में बच्चों को कोवैक्सिन की ही डोज मिल पाएगी
देश में 3 जनवरी से शुरू होने जा रहे 15 से 18 साल की उम्र तक के बच्चों के वैक्सीनेशन में डोज के लिए ज्यादा विकल्प उपलब्ध नहीं होंगे। न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल बच्चों को भारत बायोटेक की स्वदेश निर्मित कोवैक्सिन की ही डोज लग पाएगी।
हालांकि अधिकृत सरकारी सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 60 साल से ज्यादा उम्र वाले बुजुर्गों और फ्रंट लाइन वर्कर्स को 10 जनवरी से लगने वाली प्री-कॉशन डोज के तौर पर वही वैक्सीन लगाई जाएगी, जिसकी उन्हें इससे पहले दो डोज दी गई हैं।
सूत्रों का कहना है कि जायड्स कैडिला की स्वदेशी वैक्सीन जायकोव-डी को अभी तक देश में वैक्सीनेशन कैंपेन में शामिल नहीं किया गया है। हालांकि, दुनिया की पहली DNA बेस्ड नीडिल फ्री (बिना सुई वाली) वैक्सीन जायकोव-डी को DCGI से 20 अगस्त को ही इमरजेंसी अप्रूवल मिल चुका है। इस वैक्सीन को 12 से 18 साल की उम्र तक के बच्चों के लिए इस्तेमाल की मंजूरी मिली थी।