मध्यप्रदेश में अगले चौबीस घंटों में जम्मू-कश्मीर समेत पहाड़ी इलाकों से आने वाली हवाएं अपना असर दिखाएंगी। 26 दिसंबर से लेकर 29 दिसंबर तक नॉर्थ इंडिया में भारी बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि इसका सीधा असर मध्यप्रदेश पर पड़ेगा। शुक्रवार से लगातार दो सिस्टम 24 और 26 दिसंबर को आएंगे। बारिश के साथ ठंड भी बढ़ सकती है। अभी तीन दिन तक तापमान में उतार-चढ़ाव रहेगा।
बांग्लादेश में चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय है। पश्चिमी हवाएं उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर फैलकर चक्रवातीय गतिविधियों के रूप में हैं। उत्तर से हवाओं के आने से पहले मध्यप्रदेश के कई क्षेत्रों में तेज सर्दी से राहत मिली है। इससे प्रदेश में 27-28 दिसंबर से वर्षा की संभावनाएं बनी हुई हैं। इसका मध्यप्रदेश के ग्वालियर, चंबल, इंदौर, उज्जैन और भोपाल समेत राजस्थान और गुजरात से लगे जिलों में असर रहेगा। इन इलाकों में बादल छाने से लेकर हल्की बारिश हो सकती है।
पांच दिन में तापमान 5 डिग्री तक बढ़ गए
प्रदेश में पांच दिन से तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इंदौर में पारा तो सामान्य से करीब दो डिग्री ऊपर चढ़कर 11 डिग्री के पार पहुंच गया। भोपाल में भी न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो गया। दिन में भी पारा 22 डिग्री से ऊपर आ गए हैं। दिन और रात में कड़ाके की ठंड से कुछ राहत मिली है। इससे पहले कई इलाकों में तापमान 1 डिग्री से भी नीचे चले गए थे। पचमढ़ी में वर्ष 2014 के बाद पारा माइनस में चला गया था। पांच दिन बाद एक बार फिर पारा सामान्य पर आ गए हैं।
ग्वालियर में कुछ राहत, पचमढ़ी में ठंडी
ग्वालियर में कड़ाके की ठंड से लोगों को राहत जरूर मिली है, लेकिन पचमढ़ी में अब भी ठंड जारी है। ग्वालियर में रात का पारा 6 डिग्री पर आ गया। पचमढ़ी में यह 4 डिग्री से भी कम पर अटका हुआ है। पमचढ़ी एकमात्र इलाका है, जहां तापमान 4 डिग्री से कम है।
इन इलाकों में रात का पारा कम रहा
शहर | न्यूनतम तापमान |
पचमढ़ी | 3.6 |
रीवा | 4.6 |
उमरिया | 4.7 |
मंडला | 4.7 |
रात का पारा यहां ज्यादा रहा
शहर | न्यूनतम तापमान |
इंदौर | 11.8 |
सागर | 10.8 |
राजगढ़ | 10.0 |
धार | 09.8 |
प्रदेश के चार मुख्य शहरों की स्थिति
शहर | न्यूनतम तापमान |
ग्वालियर | 06.0 |
जबलपुर | 07.4 |
भोपाल | 09.0 |
इंदौर | 11.8 |