Sunday, September 28

तीसरी लहर पर सतर्कता:जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की शुद्धता सिर्फ 21% तो बासौदा-सिरोंज में 95%रही

छह घंटे तक प्लांट्स को चलाकर अफसरों ने ऑक्सीजन सप्लाई को देखा

प्रदेश में पिछले एक हफ्ते से कोरोना के मरीज बढ़ने के बाद सरकार अलर्ट हो गई है। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते अस्पतालों में उपकरणों की टेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है। इसी के तहत बुधवार को जिला अस्पताल सहित बासौदा और सिरोंज के ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट्स की सुबह 9 बजे से मॉकड्रिल शुरू हुई। छह घंटे तक प्लांट्स को चलाकर आक्सीजन सप्लाई को देखा गया।

इस मॉकड्रिल में देखा गया कि ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट्स से निकलने वाली मेडिकल ऑक्सीजन में शुद्धता कितनी है। इस मॉकड्रिल में जिला अस्पताल का ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की सप्लाई अमानक रही। जिला अस्पताल के प्लांट की निकलने वाली ऑक्सीजन की शुद्धता महज 21 फीसदी आंकी गई, जबकि ऑक्सीजन की शुद्धता कम से कम 93 फीसदी होना चाहिए।

इस प्लांट में तकनीकी दिक्कत की वजह से ऑक्सीजन की शुद्धता कम है। हालांकि इसकी शिकायत जिला अस्पताल प्रबंधन ने प्लांट की एजेंसी एलएनटी को पहले की कर दी थी। दो-तीन दिन के भीतर प्लांट की तकनीकी दिक्कत को दूर कराने की बात कही जा रही है।

जिले में कहां कितनी आक्सीजन उपलब्ध

  • मेडिकल कालेज: 12 केएल
  • जिला अस्पताल: 1 केएल
  • गंजबासौदा: 500 एलएमपी
  • सिरोंज: 250 एलएमपी

मेडिकल कॉलेज में चल रही फीवर क्लीनिक जिला अस्पताल में होगी शिफ्ट
कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान मेडिकल कॉलेज में संचालित जिला अस्पताल की फीवर क्लीनिक के स्थान शिफ्ट करने को लेकर चर्चा हुई। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ सुनील नंदेश्वर का कहना था कि मेडिकल कॉलेज के ग्राउंड फ्लोर पर बुधवार से ऑक्सीजन सपोर्टेड 25 बिस्तरीय केजुअलटी वार्ड शुरू हो गया है। इसके नजदीक ही फीवर क्लीनिक होने से केजुअल्टी वार्ड के संचालन में दिक्कत आएगी।

कलेक्टर भार्गव ने सीएमएचओ डॉ अखंड प्रताप सिंह व सिविल सर्जन डॉ संजय खरे से चर्चा कर मेडिकल कॉलेज में संचालित फीवर क्लीनिक को जिला अस्पताल में शिफ्ट करने को कहा। सिविल सर्जन के मुताबिक सोमवार तक जिला अस्पताल में फीवर क्लीनिक शुरू हो जाएगी।

मेडिकल कॉलेज में 638 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, 58 वेंटिलेटर भी चालू
मेडिकल कॉलेज-डीन डॉ सुनील नंदेश्वन के मुताबिक मेडिकल कॉलेज में 638 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड हैं। इसके अलावा 58 वेंटिलेटर भी चालू हैं। उन्होंने बताया कि कोविड से निपटने के लिए पुख्ता व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि गंभीर मरीजों को बेहतर उपचार के लिए केजुअल्टी वार्ड भी शुरू हो गया है।

जिला अस्पताल-सिविल सर्जन डॉ संजय खरे के मुताबिक जिला अस्पताल में 120 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की व्यवस्था है। सभी दवाओं का पर्याप्त स्टॉक कर लिया है। जरूरत पड़ने पर जनरल वार्ड को भी कोविड वार्ड में परिवर्तन कर लिया जाएगा।

मॉकड्रिल कराई गई है

  • तकनीकी समस्या के चलते मॉक ड्रिल में जिला अस्पताल के ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की ऑक्सीजन की शुद्धता 21 प्रतिशत रही है। इसकी शिकायत पूर्व में संबंधित एजेंसी से कर दी गई थी, जबकि बासौदा और सिरोंज सिविल अस्पताल के ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की ऑक्सीजन की शुद्धता 95 प्रतिशत रही है। – डॉ. अखंड प्रताप सिंह, सीएमएचओ विदिशा

बासौदा- सिरोंज सिविल अस्पताल के प्लांट की ऑक्सीजन 95 % शुद्ध
जिला अस्पताल के अलावा बासौदा और सिरोंज सिविल हास्पिटल में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट से ऑक्सीजन सप्लाई में 95 फीसदी शुद्धता मापी गई, जो कि संतोषजनक रही। बुधवार को ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की मॉकड्रिल का जायजा लेने के लिए कलेक्टर उमाशंकर भार्गव के साथ भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ. राकेश सिंह जादौन, कुरवाई विधायक हरि सिंह सप्रे सहित पूर्व नपा अध्यक्ष मुकेश टंडन भी पहुंचे। जिला अस्पताल के निरीक्षण के बाद कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज स्थित ऑक्सीजन स्टोर प्लांट का भी जायजा लिया।