सोमवार दोपहर स्कूल से घर लौटते समय 12 साल के एक बच्चे का अपहरण हो गया। पुलिस ने साइबर सैल की मदद से महज 8 घंटे में ही अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बच्चे को मुक्त करा लिया। अपहरणकर्ताओं ने मोबाइल से परिजन से 20 हजार रुपए फिरौती मांगी थी। इसके बाद भोपाल के तीन थानों की पुलिस की टीमों ने घेराबंदी की थी।
आरोपियों के कब्जे से बच्चे को मुक्त कराकर भोपाल पुलिस ने रात में ही कुरवाई पुलिस के सुपुर्द कर दिया था। जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह स्कूल जाने के बाद बच्चा जब शाम को घर नहीं लौटा तो काफी तलाश के बाद चाचा ने कुरवाई पुलिस को इसकी सूचना दी। इसी दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि बच्चे के बड़े पिता के बेटे के मोबाइल पर अपहरणकर्ताओं ने फोन कर 20 हजार रुपए की फिरौती की मांग की गई थी।
पुलिस ने तत्काल साइबर शाखा में सूचना देकर संबंधित फोन नंबर की ट्रेसिंग शुरू कर दी। साइबर सेल की मदद से फोन करने वाले व्यक्ति की लोकेशन भोपाल की मिली। भोपाल पुलिस ने मोबाइल की लोकेशन के आधार पर अपहरणकर्ता 20 वर्षीय अरमान पिता लियाकत अली निवासी पानी बाग राहतगढ़ और 19 वर्षीय कासिम पिता भुट्टू निवासी बड़ी मस्जिद के पास राहतगढ़ जिला सागर को गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों आरोपियों के कब्जे से अपहृत बच्चे को रात करीब 10 बजे मुक्त करा लिया था।
बागरी गांव में 70 साल की बुजुर्ग महिला की संदिग्ध मौत, अकेली रहती थी
तलाशी में मिली 23000 की नकदी
पुलिस ने बुजुर्ग महिला के घर की तलाशी ली तो 23000 नगद, मंगलसूत्र और नाक की लौंग पेटी में मिली है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया है।मृतका के शव का पंचनामा बनाकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। बाद में उसका पीएम भी कराया गया है। स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस को बताया गया कि महिला रविवार को अपनी बहू के यहां से वापस घर आई थी।
शांति बाई के दो बेटे और बहू हैं और वह बहू बेटों से अलग रहती थी। उसके बहू और बेटे गांव के ही पठार पर निवास करते हैं। परसों उनके घर से आकर वह सो गई थी। फिर ग्राम वासियों ने उसे नहीं देखा। मंगलवार को पुलिस को सूचना मिली। उस आधार पर मृतका शांतिबाई का शव बरामद किया गया।