
देश में सोमवार को कोरोना वैक्सीन के एक करोड़ से ज्यादा डोज लगाए गए। पिछले एक महीने में ऐसा 5वीं बार हुआ है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। इसी के साथ देश में वैक्सीनेशन कवरेज 86 करोड़ के पार हो गया है।
देश में पहली बार ठीक एक महीने पहले 27 अगस्त को एक दिन के वैक्सीनेशन का आंकड़ा 1 करोड़ के पार गया था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सोमवार देर रात तक आखिरी रिपोर्ट आने से वैक्सीनेशन का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
16 जनवरी से चल रहा वैक्सीनेशन अभियान
देश भर में 16 जनवरी से हेल्थकेयर वर्कर्स के लिए वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू किया गया था। इसके बाद 2 फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण शुरू हुआ था। इसका अगला चरण 1 मार्च से शुरू हुआ। तब 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों वाले 45+ साल के लोगों को टीके लगाए गए। 1 अप्रैल से 45 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया। 1 मई से 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीनेशन की इजाजत मिलने के बाद से इसने रफ्तार पकड़ी।
बीते 255 दिनों में 86.93 करोड़ डोज लगाए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 2.50 करोड़ डोज प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर 17 सितंबर को लगाए गए थे। देश की 47% आबादी को पहला और 17% को दोनों डोज लग चुके हैं।
पहले 10 करोड़ डोज में लगे थे 85 दिन
भारत में पहले 10 करोड़ डोज लगने में 85 दिन लगे थे। अगले 45 दिनों में 20 करोड़ का आंकड़ा पार किया गया। 30 करोड़ डोज तक पहुंचने में 29 दिन और लगे। 30 से 40 करोड़ डोज तक पहुंचने में 24 दिन लगे। 6 अगस्त को देश में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 50 करोड़ के पार कर गया। इस बार 10 करोड़ डोज 20 दिन में लगाए गए। 60 करोड़ का आंकड़ा पार करने में 19 दिन, 70 करोड़ तक पहुंचने में 13 दिन लगे और 70 से 80 करोड़ पहुंचने में सबसे कम सिर्फ 11 दिन लगे।