Friday, September 26

चंबल, सिंध, पार्वती में बाढ़ से पानी-पानी:प्रदेश की जीवनदायिनी नर्मदा शांत, बारिश तेज बारिश थमने के बाद जलस्रोत खाली; डैम भरने का इंतजार तभी खुलेंगे गेट

MP के ग्वालियर-चंबल, श्योपुर, गुना में बाढ़ ने तबाही मचा दी है। चंबल, पार्वती, सिंधी, कूनो सहित तमाम नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। उत्तरी MP डैम-तालाब लबालब हो चुके हैं। वहीं नर्मदाचंल, महाकौशल क्षेत्र में स्थिति अलग है। प्रदेश की जीवनदायिनी कही जाने वाली नर्मदा नदी की धारा शांत है। यहां जलस्तर में बड़ा बदलाव नहीं आया है। दो-तीन फीट जलस्तर बढ़-घट रहा है।

सिंचाई के लिए रीढ़ की हड्‌डी माने जाने वाले तवा डैम में भी बीते 8 दिनों में केवल 5 फीट जलस्तर बढ़ा है। बैतूल, पचमढ़ी क्षेत्रों में तेज बारिश थमने से डैम में जलस्तर धीमी गति से बढ़ रहा है। बारना, बरगी डैम में भी यहीं स्थिति है। ये डैम भी 2 से 3 मीटर तक खाली है, जिससे डैमों के गेट अभी तक नहीं खोले गए। यही कारण है कि नर्मदा अभी शांत है। अपना रौद्र रुप नहीं दिखा रही। तवा, बरगी और बारना डैम से एक साथ पानी छोड़ने पर नर्मदा में बाढ़ की स्थिति बनती है।

पिछले साल से 7 इंच बारिश ज्यादा

मौसम विभाग की माने तो होशंगाबाद जिले में पिछले साल से 7 इंच ज्यादा बारिश हुई है। पिछले साल 18.33 इंच बारिश हुई थी। इस साल 25 इंच औसत हो चुकी है। जिले में सामान्य औसत बारिश का कोटा 52 इंच है। इस बार ज्यादा पानी बरसा, लेकिन तेज झड़ी नहीं होने के कारण जलस्रोतों में उतना पानी जमा नहीं हो पाया है।

बारिश से डैमों में जलस्तर की स्थिति

तवा डैम : बीते 9 दिन में 5 फीट जलस्तर बढ़ा है। डैम की क्षमता 1166 फीट है। वर्तमान में जलस्तर 1154 फीट है। ऐसे में 12 फीट पानी की और जरूरत है। बैतूल और पचमढ़ी क्षेत्र में तेज बारिश होने के बाद ही डैम में पानी जमा होता है।

बरगी डैम: नर्मदा नदी पर बने बरगी डैम की क्षमता 422.76 फीट है, अभी 419.15 फीट भर गया है। पांच दिन में 2 फीट पानी बढ़ा है। जबलपुर, अनुपपुर क्षेत्र में बारिश थमने से डैम में पानी बढ़ना बंद हो गया।

बारना डैम : डैम में अभी 344.81 फीट पानी जमा है। इसकी क्षमता 348.55 फीट है। करीब 3.60 फीट पानी आने के बाद ही डैम लबालब हो पाएगा और गेट खुल पाएंगे।

नर्मदा नदी में 937 फीट जलस्तर

होशंगबाद के सेठानी घाट पर नर्मदा नदी का जलस्तर में 964 फीट के लेवल पर खतरे का अलॉर्म बजा दिया जाता है। बारना, तवा और बरगी डैमों के गेट एक साथ खोले जाने पर नर्मदा खतरे के निशान पर पहुंच जाती है। वर्तमान में 937.30 फीट है। बारिश होने पर बीच-बीच में 939 फीट तक जलस्तर पहुंच जाता है। यहां पर नर्मदा नदी खतरे के निशान 967 फीट से 30 फीट कम है।