Wednesday, September 24

संसद का मानसून सेशन:सदन में आज भी हंगामे के आसार, जासूसी कांड पर बहस के लिए तीन सांसदों ने स्थगन प्रस्ताव भेजा

संसद के मानसून सेशन का तीसरा हफ्ता भी अब तक काफी हंगामेदार रहा है। पेगासस जासूसी मामला और नए कृषि कानून को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। मंगलवार को राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही तीन बार स्थगित हुई। बुधवार को भी दोनों सदनों में हंगामा होने की आशंका है।

पेगासस पर लोकसभा में चर्चा के लिए कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी और मणिकम टैगोर ने स्थगन प्रस्ताव भेजा है। इसी मुद्दे पर TMC सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने भी स्थगन प्रस्ताव दिया है। वहीं, कांग्रेस MP दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों पर चर्चा के लिए सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया।

संसद को फिश मार्केट मत बनाइए: मुख्तार अब्बास नकवी
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन के चाप पापड़ी वाले बयान पर पलटवार किया। नकवी ने कहा कि अगर उन्हें चाट-पापड़ी से एलर्जी है, तो वे फिश करी खा सकते हैं। लेकिन संसद को फिश मार्केट मत बनाएं। दुर्भाग्य से जिस तरह से संसद की गरिमा को धूमिल करने की साजिश के साथ काम किया जा रहा है, वह पहले कभी नहीं देखा गया।

मंगलवार को संसद में पास हुए दो बिल
लोकसभा ने आवश्‍यक रक्षा सेवा विधेयक, 2021 पारित किया. यह केंद्र सरकार को आवश्‍यक रक्षा सेवाओं में लगी इकाइयों में हड़ताल, तालाबंदी और छंटनी पर रोक लगाने की अनुमति देता है। वहीं, राज्‍यसभा में वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऋणशोधन और दिवाला संहिता (संशोधन) विधेयक-2021 पेश किया और उसे पारित भी कर दिया गया।

बीते दो हफ्ते में संसद में 18 घंटे ही हुआ कामकाज
संसद का मानसून सेशन 19 जुलाई से शुरू हुआ। बीते दो हफ्ते में दोनों सदनों को मिलाकर 18 घंटे ही कामकाज हो सका, जो कि 107 घंटे होना चाहिए था। लोकसभा में 7 घंटे और राज्यसभा में 11 घंटे कामकाज हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक, कामकाज न होने से टैक्सपेयर्स का 133 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।