
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन दिनों दिल्ली के दौरे पर हैं। उन्होंने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। अब बुधवार को वह कई विपक्षी नेताओं से मिलने वाली हैं। इनमें कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल हैं। इसके अलावा ममता आज NCP प्रमुख शरद पवार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात कर सकती हैं।
PM से पेगासस की जांच की मांग की
मई में यास तूफान को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली बैठक में आकर चले जाने के बाद ममता बनर्जी ने पहली बार मंगलवार को मोदी से मुलाकात की। उन्होंने राज्य को आबादी के हिसाब से ज्यादा से ज्यादा कोरोना वैक्सीन देने और पेगासस मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की।
दीदी की मुलाकातों के मायने
- ममता की इन मुलाकातों को मिशन 2024 से जोड़ा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इसका मकसद PM मोदी और भाजपा के खिलाफ विपक्ष को एकजुट कर उन्हें कड़ी टक्कर देना है।
- इसके लिए दीदी ‘बंगाल मॉडल’ को ही तवज्जो देने वाली हैं। वे विपक्षी एकजुटता के जरिए 375 सीटों पर भाजपा को सीधी चुनौती देने की तैयारी में हैं। इनमें से 200 सीटों पर कांग्रेस को वॉकओवर का प्रस्ताव दे सकती हैं।
- सूत्रों के मुताबिक, ममता का ‘मिशन दिल्ली’ 2024 में भाजपा को सत्ता से हटाना है। इसके लिए सोनिया-पवार-ममता देशभर में भाजपा के खिलाफ एकजुटता का संदेश देंगे।
- उत्तर प्रदेश से शुरुआत होगी
- दीदी अपने अभियान की शुरुआत उत्तर प्रदेश से कर सकती हैं। मकसद है कि 2022 में 7 राज्यों के चुनाव में भाजपा को मात दी जाए। ममता यह भी साफ करने आई हैं कि उनका इरादा पीएम की कुर्सी नहीं है। इस अभियान में कांग्रेस केंद्रीय भूमिका में होगी। पिछले दिनों ममता के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशाेर ने सोनिया, राहुल से मिलकर इसी मॉडल पर बात की थी।