Thursday, September 25

विदिशा में कुआं हादसा, 24 घंटे बाद रेस्क्यू खत्म:मलबे में दबे सभी 11 लोगों के शव निकाले; जिस 10 साल के बच्चे को बचाने में हादसा हुआ, उसकी लाश सबसे आखिरी में मिली

मध्य प्रदेश में विदिशा जिले के गंजबासौदा में 24 घंटे बाद रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है। टीम ने कुएं के मलबे में दबे सभी 11 लोगों के शव बाहर निकाल लिए हैं। हादसे के वक्त करीब 31 लोग में कुएं में के मलबे में दब गए थे। इसमें से 20 लोगों की जान बच गई है। इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुएं में सबसे पहले गिरे 10 साल के बच्चे रवि का शव सबसे आखिरी में मिला, जिसे बचाने की कोशिश में यह हादसा हुआ था। हादसे में एक पिता-पुत्र समेत 11 लोगों की मौत हो हुई है।

यह हादसा गुरुवार शाम करीब 6.30 बजे हुआ था। यहां रवि पानी भरते समय कुएं में गिर गया था। उसे बचाने के लिए कुएं पर लोगों की भीड़ इकट्‌ठा हो गई। वजन बढ़ने से कुएं का एक हिस्सा धंस गया। इसके साथ ही करीब 30 लोग मलबे समेत कुएं में गिर गए। रात 10 बजे NDRF, SDRF की टीमें पहुंचीं थी। ADGP साईं मनोहर ने 11 शव निकाले जाने की पुष्टि की है। 20 अन्य लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। रेस्क्यू के दौरान घटनास्थल पर मंत्री और अफसरों का जमावड़ा देखकर रवि का मां का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने हाथ फैलाते हुए कहा, ‘जब मेरा बच्चा गिरा तब कहां थे? मेरा एक ही बेटा है।’

रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान लोगों का गुस्सा देख पुलिस ने घटनास्थल के आसपास एक किलोमीटर का एरिया सील कर दिया था। इधर, कुएं में जमीन से आने वाले पानी का फ्लो काफी तेज था, इसलिए लगातार इंजन चलने के बाद भी यह खाली नहीं हो पा रहा था। इस वजह से रेस्क्यू में दिक्कत आ रही थी।

रात से ही चल रहा है ऑपरेशन
रात को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी विदिशा जिले में ही थे। उन्होंने मौके पर अधिकारियों को रवाना कर दिया था। विदिशा के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग भी भोपाल से विदिशा पहुंचे। शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवार वालों को 5 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार की सहायता का ऐलान किया।

कमलनाथ का तंज- शिवराज विदिशा में थे, फिर भी घटनास्थल पर नहीं गए
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हादसे के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भी सवाल उठाते हुए कहा, आश्चर्यजनक बात है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा में मौजूद रहने के बाद भी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे। यह गंभीर मामला है कि प्रशासन के आला अधिकारी कहीं और व्यस्त होने के कारण घटनास्थल पर देर से पहुंचे। कांग्रेस ने हादसे की जांच के लिए कमेटी बनाई है।

इन लोगों के शव निकाले गए

रेस्क्यू टीम के पांच सदस्य घायल
भोपाल में NDRF को सवा 9 बजे सूचना मिली थी। इसके बाद टीम गंजबासौदा रवाना हुई। हादसे के दौरान रेस्क्यू कर रहे NDRF और SDRF के 5 सदस्य घायल हुए थे। ट्रैक्टर के मलबा में गिर जाने से दो लोग घायल हो गए थे। इसके अलावा रेस्क्यू के तीन सदस्य घायल हुए। घायल लक्ष्मी नारायण, रमेश, मोहन, गोलू और शशिधर घायल हो गए। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

इन्हें बचा कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है
1. मनोज पुत्र रती
2. मेवालाल पुत्र कल्याण
3.श्रीकांत पुत्र रामानंद
4.निर्भय पुत्र पन्ना लाल
5.राेहित पुत्र देवेंद्र
6.श्रीधाम पुत्र नारायण
7. जीतेंद्र पुत्र गणेशराम
8. राजू पुत्र सदी लाल
9. दलीप पुत्र आशाराम
10. शिवराज पुत्र रामस्वरूप
11. बालकिशन पुत्र मूलचंद्र
12.सुंदर पुत्र हल्के
13. राजू पुत्र सदी लाल
14. दशरथ पुत्र कृपा
15. सुनील पुत्र लाखन

(इनके अलावा और 5 लोगों को कुएं से निकाला गया था। जिनके नाम पता नहीं चल सके)