
देश में कोरोना के नए मामलों में फिर एक बार गिरावट दर्ज की गई है। बीते 24 घंटे में 43,504 मरीज मिले। 44,204 ठीक हुए और 908 लोगों ने इस महामारी से जान गंवा दी। इस दौरान सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र (9,083) और केरल (13,772) में सामने आए। इन दोनों राज्यों में फिलहाल सबसे ज्यादा मरीजों का इलाज चल रहा है। बीते दिन देश में आए कुल मामलों के 53% मामले इन्हीं दोनों राज्यों में सामने आए हैं।
गुरुवार को एक्टिव केस यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 1,625 की कमी आई है। एक दिन पहले ही इसमें 336 की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। बीते 105 दिन में यह पहली बार था जब एक्टिव केस बढ़े थे। इससे पहले 12 मई को इसमें 6,399 का उछाल आया था।
देश में कोरोना महामारी आंकड़ों में
- बीते 24 घंटे में कुल नए केस आए: 43,504
- बीते 24 घंटे में कुल ठीक हुए: 44,204
- बीते 24 घंटे में कुल मौतें: 908
- अब तक कुल संक्रमित हो चुके: 3.07 करोड़
- अब तक ठीक हुए: 2.98 करोड़
- अब तक कुल मौतें: 4.05 लाख
- अभी इलाज करा रहे मरीजों की कुल संख्या: 4.53 लाख
8 राज्यों में लॉकडाउन जैसी पाबंदियां
देश के 8 राज्यों में पूर्ण लॉकडाउन जैसी पाबंदियां हैं। इनमें पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, तमिलनाडु, मिजोरम, गोवा और पुडुचेरी शामिल हैं। यहां पिछले लॉकडाउन जैसे ही कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं।
23 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में आंशिक लॉकडाउन
देश के 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आंशिक लॉकडाउन है। यहां पाबंदियाें के साथ छूट भी है। इनमें कर्नाटक, केरल, बिहार, दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, मेघालय, नगालैंड, असम, मणिपुर, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश और गुजरात शामिल हैं।
अपडेट्स
- केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र और केरल में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से हम तस्वीरों और वीडियो में देख रहे हैं कि सभी लोग भीड़-भाड़ वाली जगहों पर बिना मास्क और बिना सामाजिक दूरी बनाए घूम रहे हैं। यह अच्छा नजारा नहीं है और इससे हममें डर की भावना पैदा होनी चाहिए।
- पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे समय में लापरवाही के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। एक गलती के दूरगामी प्रभाव होंगे और कोरोना पर काबू पाने की लड़ाई कमजोर होगी। सभी को यह याद रखना चाहिए कि कोरोना का खतरा टला नहीं है। कई अन्य देशों में संक्रमण में वृद्धि देखी जा रही है। वायरस भी म्यूटेट कर रहा है।