Thursday, September 25

गर्मी का असर:रोज 20 टन आम खा रहे विदिशा के लोग, पिछले साल इन्हीं दिनों में हो रही थी 40 टन की खपत

आंध्रा से बादाम तो कानपुर से दशहरी की हो रही आवक

विदिशा के लोग प्रतिदिन 20 टन आम खा रहे हैं। शहर में प्रतिदिन 20 टन आम का कारोबार हो रहा है। इस बार गर्मी का असर है, इसके चलते आम के कारोबार में गिरावट हुई है। पिछले साल इन्हीं दिनों में रोजाना 40 टन आम की सप्लाई हो रही थी। जबकि पिछले साल आम के रेट ज्यादा थे, इसके बाद भी सप्लाई कम हो रही है। पिछले साल की तुलना में इस बार आम के दामों में 25 से 30 फीसदी की गिरावट है।

शहर में आम के 8 बड़े व्यापारी हैं। उनका कहना है कि इस बार यूपी और दक्षिण भारत से आम की अच्छी आवक हो रही है। जिसके चलते दाम भी औसत बने हुए हैं। साथ ही पिछले साल के मुकाबले बिक्री कम हो रही है। पिछले साल कोरोना की पहली लहर के चलते जून माह लॉकडाउन की बंदिशों में ही गुजरा था। पिछले साल आम के दाम ज्यादा थे लेकिन इसके बाद बिक्री ज्यादा थी। पिछले साल रोज 40 टन आम की खपत हो जाती थी। जबकि इस बार 20 टन की ही खपत हो रही है।

नीलम की आवक शुरू: दक्षिण भारत से नीलम आम की आवक भी शुरू हो गई है इसके रेट भी 40 रुपए किलो ही हैं। अब धीरे-धीरे बादाम आम की आवक और बिक्री दोनों ही कम हो जाएगी।

मद्रास से बादाम, कानपुर से दशहरी की आवक
थोक विक्रेता मनोज पोरिया ने बताया कि बादाम आम की आवक मद्रास से हो रही है तो दशहरी आम कानपुर से आ रहा है। आम की सबसे बड़ी मंडी भी यही है। क्वालिटी के आधार पर आम के रेट थोक में भी अलग-अलग हैं। जबकि फुटकर में 35-40 रुपए किलो तक आम बिक रहा है। बारिश के मौसम में आम के रेट और भी कम हो सकते हैं।