Wednesday, September 24

बादल छाने से सर्दी कम:मध्य प्रदेश समेत 4 राज्यों में टेम्परेचर बढ़ने से ठंड कम, राजस्थान में अगले 2 दिन में सर्दी तेज होगी

कुछ दिन हुई बारिश के बाद ज्यादातर मैदानी इलाकों में बादल छा गए हैं। इस वजह से कई राज्यों में ठंड कम हुई है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड में तापमान बढ़ना शुरू हो गया है। हालांकि, मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि अभी सर्दी का एक दौर और आएगा।

हिमाचल में अगले 7 दिन में मौसम साफ होगा
बारिश और बर्फबारी के चलते हिमाचल प्रदेश शीतलहर की चपेट में आ गया था। लेकिन, अब सभी जिलों में मौसम साफ होने के साथ ही लोगों को ठंड से भी राहत मिलने की उम्मीद है। हालांकि मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाए रहने के भी आसार हैं।

माउंट आबू में तापमान माइनस 1 डिग्री
राजस्थान के कई इलाकों में कड़ाके की सर्दी का दौर जारी है। माउंट आबू में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन पारा माइनस में रहा और सुबह बर्फ जम गई। दिनभर कोहरा छाया रहा। सिरोही में मिनिमम टेम्परेचर 9 डिग्री और मैक्सिमम 23 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पूरे जिले में ठंडी हवाएं चलती रहीं। मौसम विभाग ने अगले 2 दिनों में कोल्ड डे का अनुमान जारी किया है।
भोपाल में कोहरा छाया, दो दिन बूंदाबांदी के आसार
मध्य प्रदेश के भोपाल में घना कोहरा छा रहा है। गुरुवार को भोपाल में विजिबिलिटी 150 मीटर रह गई। दिन और रात के तापमान में भी गिरावट आई। दिन का तापमान 28.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक शुक्रवार और शनिवार को बादल छाने और हल्की बूंदाबांदी होने के आसार हैं। इस दौरान दिन और रात का पारा और गिर सकता है।

शिमला से ठंडा रहा हरियाणा का हिसार
बारिश होने की वजह से नमी बढ़ गई है। अब दिन में भी ठंडक बढ़ने लगी है। गुरुवार को हिसार में तापमान शिमला से भी कम रहा। शिमला में दिन का पारा 15.6 डिग्री, जबकि हिसार में 14 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। करनाल में दिन का टेम्परेचर 15.2 डिग्री, जबकि रोहतक में 16.1 डिग्री रहा। अगले तीन से चार दिनों में रात का तापमान तीन से चार डिग्री तक कम हो सकता है। शुक्रवार और शनिवार को शीतलहर चल सकती है।

कश्मीर के कई इलाकों में घुटनों तक बर्फ
कश्मीर घाटी में पिछले कुछ दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है। इस बीच सेना के जवान आम लोगों की मदद कर रहे हैं। कुपवाड़ा के करालपुरा में सेना के जवानों ने एक गर्भवती महिला को उसके घर से 2 किमी दूर एंबुलेंस तक पहुंचाया। इसके लिए जवानों को घुटनों तक बर्फ में होकर गुजरना पड़ा।