बिहार विधानसभा में महागठबंधन की जमकर मोर्चेबंदी के बावजूद NDA उम्मीदवार विजय कुमार सिन्हा स्पीकर चुन लिए गए। आखिरी वक्त पर जदयू के व्हिप ने भाजपा को स्पीकर की कुर्सी दिलाई। इस चुनाव से पहले जमकर उठापटक हुई। पटना से करीब 350 किलोमीटर दूर रांची में चारा घोटाले की सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव ने भी भाजपा विधायकों को अपने पक्ष में करने की कोशिश की, लेकिन उनका चारा काम न आया।
वोटिंग से पहले जमकर हंगामा हुआ
नए स्पीकर सिन्हा लखीसराय से भाजपा विधायक हैं। वे मंत्री भी रह चुके हैं। उनके चुनाव से पहले विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसद वेल में आ गए और सीएम नीतीश कुमार की मौजूदगी का विरोध करने लगे। दो घंटे तक हंगामा चलता रहा।
पूर्व सीएम जीतनराम मांझी को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था। वे वॉइस वोट से स्पीकर का चुनाव कराना चाहते थे, लेकिन विपक्ष राजी नहीं था। विपक्ष इस बात पर भी अड़ा हुआ था कि जब सीएम नीतीश कुमार और दो मंत्री अशोक चौधरी और मुकेश सहनी नई विधानसभा के सदस्य नहीं हैं तो उन्हें मतदान प्रक्रिया के दौरान सदन से बाहर किया जाए और सीक्रेट बैलेट से वोटिंग कराई जाए।