
- दुनिया में अब तक 11.19 करोड़ से ज्यादा संक्रमित, 24.77 लाख मौतें हो चुकीं, 8.72 करोड़ स्वस्थ
- अमेरिका में संक्रमितों का आंकड़ा 2.87 करोड़ से ज्यादा, अब तक 5.11 लाख लोगों ने गंवाई जान
दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 11.19 करोड़ से ज्यादा हो गया। 8 करोड़ 72 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 24 लाख 77 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं।
2022 में भी मास्क जरूरी होगा
राष्ट्रपति जो बाइडेन की कोरोना टास्क फोर्स के अहम सदस्य और संक्रामक बीमारियों के बड़े विशेषज्ञ डॉक्टर एंथोनी फौसी ने देशवासियों को सतर्क रहने को कहा है। एक प्रोग्राम के दौरान फौसी ने कहा- दुनिया में हुई कुल मौतों में से आधी हमारे देश में हुईं। यह ऐतिहासिक विफलता है। हम इसे कभी याद नहीं करना चाहेंगे। अब भी वक्त है जब हम सतर्कता से काम करें। मेरा मानना है कि अमेरिकियों को अगले साल भी मास्क पहनना जरूरी होगा। वैक्सीनेशन बहुत तेजी से चल रहा है, लेकिन सतर्कता रखे बिना हम कामयाबी हासिल नहीं कर सकते। अमेरिका में मरने वालों का आंकड़ा पांच लाख के पार हो चुका है। फौसी ही बाइडेन के चीफ मेडिकल एडवाइजर हैं और डोनाल्ड ट्रम्प के दौर में भी वे इस पद को संभाल चुके हैं।
फौसी ने कहा- हालात इस बात पर भी निर्भर करते हैं कि वायरस के कितने और कैसे वैरिएंट सामने आते हैं। इसके अलावा यह भी देखना भी जरूरी होगा कि यह वैरिएंट कितने खतरनाक हैं। फिलहाल, हालात काबू किए जा सकते हैं और हम यही कर रहे हैं। मास्क एकमात्र ऐसी चीज है जिसके सही इस्तेमाल से हम भविष्य के खतरों को टाल सकते हैं।
ब्रिटेन में वैक्सीनेशन तेज
ब्रिटिश सरकार ने एक नया प्लान तैयार किया है। इसमें कहा गया है कि देश में वैक्सीनेशन के लिए नई रणनीति बनाई गई है और अब इसी हिसाब से वैक्सीनेशन किया जाएगा। सरकार ने तय किया है कि जुलाई के आखिर तक देश के सभी वयस्कों को वैक्सीन का पहला डोज दिया जाएगा। इसके पहले यह लक्ष्य अगस्त और सितंबर के लिए तय किया गया था। साथ ही सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि अगर हालात बिगड़ते हैं तो लॉकडाउन का विकल्प खुला रहेगा।
UN चीफ से सहमत ब्रिटेन के प्रधानमंत्री
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भरोसा दिलाया है कि उनके मुल्क में अगर सरप्लस वैक्सीन हुई तो वे इसे गरीब देशों को जरूर देंगे। जॉनसन का यह बयान अहम है। सिर्फ दो दिन पहले UN चीफ एंतोनिया गुटेरेस ने साफ कहा था कि अमीर देशों के पास वैक्सीन का जरूरत से ज्यादा स्टॉक मौजूद है और यह बाकी दुनिया खासकर गरीब देशों के लिए खतरे का संकेत है। इस बयान के डिप्लोमैटिक मायने भी हैं। रूस और चीन वैक्सीन डिप्लोमैसी के जरिए कुछ देशों में दबदबा बनाने की कोशिश कर रहे हैं। चीन तो गरीब अफ्रीकी देशों को टारगेट कर रहा है।
जॉनसन ने दोहराया कि गरीब देशों को वैक्सीन दी जानी चाहिए। इस मीटिंग में जो बाइडेन भी मौजूद थे। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी कहा कि अमीर देशों को वैक्सीन स्टॉक का पांच फीसदी गरीब देशों को देना चाहिए।
टॉप-10 देश, जहां अब तक सबसे ज्यादा लोग संक्रमित हुए
देश | संक्रमित | मौतें | ठीक हुए |
अमेरिका | 28,765,423 | 511,133 | 18,973,190 |
भारत | 11,005,071 | 156,418 | 10,697,014 |
ब्राजील | 10,168,174 | 246,560 | 9,095,483 |
रूस | 4,164,726 | 83,293 | 3,713,445 |
UK | 4,115,509 | 120,580 | 2,494,218 |
फ्रांस | 3,605,181 | 84,306 | 247,127 |
स्पेन | 3,133,122 | 67,101 | 2,497,956 |
इटली | 2,809,246 | 95,718 | 2,324,633 |
तुर्की | 2,638,422 | 28,060 | 2,523,760 |
जर्मनी | 2,394,515 | 68,443 | 2,190,600 |
(ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus/ के मुताबिक हैं)