विदिशा। करीबी ग्राम सुमेर के पास जहरीली पत्तियां खाने से राजस्थान की करीब सवा सौ भेड़ों की मौत हो गई। जबकि करीब सौ से ज्यादा भेड़ों की हालत खराब है, उन्हें बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उधर मरी हुई भेड़ों के यहां-वहां पड़े रहने से बीमारी फैलने का खतरा बढ़ रहा है।
राजस्थान के पाली जिले के भेड़ पालक ईश्वर सिंह ने बताया कि सुमेर की नेवन नदी के पास उन्होंने चार दिन से डेरा डाल रखा था। बारिश के कारण घास पूरी गीली हो गई थी, भूखी भेड़ों ने जहरीली पत्तियां (लेंटाना झाड़ी) खा ली। इसके बाद एक-एक कर भेड़ों की तबीयत बिगड़ती गई और करीब सवा सौ भेड़ों की मौत हो गई। अभी भी कई भेड़ें मौत से जूझ रही हैं।
बिखरी पड़ी हैं मृत भेड़ें
उधर सुमेर के निवासी विष्णु साहू ने बताया कि उन्होंने अपनी ट्राली में भरकर 40 से ज्यादा भेड़ों को जेसीबी से गढ्ढा खुदवाकर गड़वाया है। जबकि अभी भी कई मरी हुई भेड़ें रास्ते में और रेलवे ट्रेक के आसपास पड़ी हैं। मरे हुए मवेशियों के सडऩे से बीमारी फैलने का भी डर है।
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12 लाख से ज्यादा का नुकसान
पाली के ईश्वर सिंह और तेजपाल ने बताया कि उनके लिए यह नुकसान सब कुछ लुट जाने जैसा है। केवल यही संपत्ति उनके पास थी, जिसके लिए वे अगस्त के महीने से अपना घर छोड़कर चारे और पानी की तलाश में जगह-जगह भटकते फिर रहे हैं, लेकिन त्योहार पर उनका सब कुछ लुट गया। करीब 12 लाख रुपए से अधिक की भेड़ें उनके सामने ही मौत के मुंह में समा गईं।